बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों पर जारी है. बुधवार सुबह 3740 यात्रियों का नया जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से अमरनाथ पवित्र गुफा की ओर रवाना हुआ. दक्षिण कश्मीर क्षेत्र में हिमालय में 3880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर की यात्रा शुरू करने के लिए तीर्थयात्रियों का 19वां जत्था बालटाल और नुनवान के दो आधार शिविरों से रवाना हुआ.
4132 यात्रियों के जत्थे ने सुबह-सुबह दो मार्गों, पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की. एक अधिकारी ने बताया कि 20वें दिन 4132 यात्री 127 वाहनों में जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए और जम्मू-कश्मीर पुलिस तथा सुरक्षा बलों की निगरानी में अमरनाथ पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना करने के लिए कश्मीर घाटी के पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों में पहुंचे.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 29 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने के बाद से तीन लाख 38 हजार से अधिक यात्रियों ने पवित्र गुफा में दर्शन किए. वहीं मंगलवार को 13132 यात्रियों ने पवित्र गुफा में पूजा-अर्चना की. बुधवार सुबह जम्मू से घाटी की ओर रवाना हुए यात्रियों में 1880 पुरुष, 375 महिलाएं, 5 बच्चे, 39 साधु और 06 साध्वी शामिल हैं.
इनमें 1435 तीर्थयात्री बालटाल ट्रैक से और 2305 यात्री पहलगाम मार्ग से क्रमशः 55 और 72 वाहनों में यात्रा कर रहे हैं. अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित है और यहां केवल पैदल या टट्टू द्वारा ही पहुंचा जा सकता है. हिमालय की गहराई में स्थित, इस गुफा मंदिर तक अनंतनाग-पहलगाम अक्ष और गंदेरबल-सोनमर्ग-बालटाल अक्ष के माध्यम से पहुंचा जा सकता है. दूसरा है पहलगाम मार्ग, जो गुफा से लगभग 36-48 किमी दूर है और इसे तय करने में 3-5 दिन लगते हैं. हालांकि यह एक लंबी यात्रा है, लेकिन यह थोड़ी आसान और कम खड़ी है. 52 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होकर 19 अगस्त तक चलेगी.