मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में राम नाम का एक अद्भुत पत्थर पानी में तैरता है. इन दिनों उसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. नेपाल और पश्चिम बंगाल से लेकर पूर्वांचल तक के लोग इसका दर्शन कर रहे हैं. यह चमत्कारी पत्थर शहर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में स्तिथ है. जहां लोग भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के बाद पत्थर का भी दर्शन करते हैं.
बगहा में राम नाम का चमत्कारी पत्थरः बताया जाता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद बाबा गरीबनाथ मंदिर में भीड़ अधिक होने लगी है, जो भक्त अयोध्या नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे भी चमत्कारी पत्थर का दर्शन कर खुद को धन्य मान रहे हैं. वहीं, पश्चिम बंगाल और पूर्वांचल के लोग जो रामेश्वरम नहीं जा पाते हैं, वह भी इस पत्थर का दर्शन करने मुजफ्फरपुर पहुंचते हैं, ताकि तैरते पत्थर को देख सकें.
आकर्षण का केंद्र बना पत्थरः बना मंदिर के पुजारी महंत विनय पाठक ने बताया कि यह चमत्कारी पत्थर रामायण काल का है, जो जल में तैरता है. इस पत्थर को रामेश्वरम से 10 साल पहले लाया गया था. बाबा गरीबनाथ मंदिर में तैरता हुआ यह पत्थर आकर्षण का केंद्र बन गया है. इस तैरते हुए पत्थर पर श्रीराम लिखा हुआ है. इस पत्थर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं.
इसी पत्थर से समुद्र में बना था सेतुः श्री राम नाम अंकित इस चमत्कारी पत्थर को देख कर लोग आश्चर्यचकित हैं. रामायण काल में भगवान राम ने जब लंका पर चढ़ाई की थी तब इसी पत्थर से समुद्र पर सेतु बनाया गया था, जो पानी में नहीं डूबता है. मंदिर के मुख्य पुजारी महंत विनय पाठक ने बताया किइसे देखकर साक्षात् भगवान राम के होने का अहसास होता है. पहले पूरे उत्तर बिहार से लोग दर्शन करने आते थे, लेकिन अब पूर्वांचल, नेपाल और पश्चिम बंगाल से भी लोग आते हैं.
"अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद से मंदिरों में भिड़ अधिक बढ़ गई है. लोग अब अपने धर्म की ओर बढ़ चुके हैं. नौजवान भी अब शिव का नाम जपते हैं. लोगों में भगवान राम के प्रति आस्था बढ़ी है. इस मंदिर में भी भीड़ अब काफी रहने लगी है. 10 साल पहले इस पत्थर को रामेश्वरम से लाया गया था, ये पत्थर बहुत चमत्कारी है"- महंत विनय पाठक, मुख्य पुजारी
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