नर्मदापुरम।मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (Satpura Tiger Reserve) के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही के चलते एक तेंदुए की जान चली गई. जंगल के आसपास बने आलीशान होटलों की नियमित गश्त नहीं की गई और ना ही वन्य प्राणियों की सुरक्षा के इंतजाम देखे गए. मामला सोहागपुर के होटल फोरसिथ लॉज का है. यहां परिसर में बने कुएं में 3 दिन तक तेंदुए का शव सड़ता रहा. लेकिन होटल प्रबंधन ने इसकी सूचना तक सतपुड़ा टाइगर रिजर्व को नहीं भेजी.
पोस्टमार्टम के लिए भेजा तेंदुए का शव: ग्रामीणों की सूचना पर एसटीआर प्रबंधन को होटल के कुएं में तेंदुए के शव पड़े होने की सूचना मिली. लेकिन देर रात तक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे. वहीं रात 10 बजे के बाद फील्ड डायरेक्टर को सूचना दी गई. जिला मुख्यालय से एक टीम बुधवार सुबह होटल पहुंची. जहां मृत तेंदुए को कुएं से निकालकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरु कर दी.
होटल प्रबंधन ऐसे करता है तेंदुए को ट्रेप:इधर देखें तो होटल के आसपास जंगल है. जहां बड़ी संख्या में बाघ, तेंदुआ, भालू सहित अन्य वन्य प्राणी लगातार दिखाई देते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटकों को वन्यप्राणी दिखाने के लिए जंगल में स्थित होटल प्रबंधन द्वारा कई प्रकार के हथकंडे अपनाए जाते हैं. जिसमें बकरी या अन्य जानवर को बांधकर तेंदुए को ट्रेप किया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि हो सकता है इसी के कारण तेंदुआ होटल के कुआं में गिर गया होगा. जिससे उसकी मौत हो गई.