राजगढ़। राजगढ़ जिले में लगातार हो रहे अवैध खनन को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसीलिए बुधवार को 3 थाने की पुलिस लेकर अवैध खनन रोकने के लिए ब्यावरा एसडीएम मौके पर पहुंची. लेकिन इसी दौरान एसडीएम और उनकी टीम पर खनन माफिया ने हमला कर दिया. पुलिस को वहां से खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. लेकिन ताज्जुब यह है कि घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी संबंधित थाने में खनन माफिया के विरुद्ध प्रकरण दर्ज नहीं किया गया.
नदी में खनन रोकने गए अफसर डरकर लौटे
यह पूरा घटनाक्रम बुधवार दोपहर में ब्यावरा डिविजन के अंतर्गत आने वाले करनवास थाना क्षेत्र का है. दूधी नदी में हो रहे अवैध उत्खनन को रोकने के लिए ब्यावरा एसडीएम गीतांजलि शर्मा, नायाब तहसीलदार और ब्यावरा सिटी, ब्यावरा देहात वा करनवास थाने की पुलिस टीम लेकर मौके पर पहुंची. जहां पुलिस और प्रशासनिक टीम को देखकर खनन माफिया बोखला गए और उन्होंने पुलिस वा प्रशासनिक टीम पर ही पत्थर, लाठी वा डंडे से हमला बोल दिया और मौके से अपनी मशीन लेकर फरार हो गए.
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प्रशासन व पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की
इस मामले में ब्यावरा एसडीएम गीतांजलि शर्मा ने हमलवारों की पहचान करते हुए उन पर प्रकरण दर्ज कराने की बात कही. लेकिन गुरुवार की शाम 5 बजे तक भी एसडीएम या तहसील कार्यालय से कोई भी प्रतिवेदन करनवास थाने पर नहीं पहुंचा. ईटीवी भारत ने एसडीएम को फोन लगाकर प्रकरण दर्ज कराने संबंधित जानकारी लेनी चाही लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. इस मामले में करनवास थाने के एसआई जीएस मरावी का कहना है "अभी तक तहसीलदार प्रतिवेदन लेकर नहीं आए, जैसे ही वे आयेंगे तो प्रकरण दर्ज कर लिया जाएगा."