झारखंड की राजनीति का तूफानी बंवडर अब लगने लगा ठंडी हवा का झोंका, चंपई सरकार को अब फ्लोर टेस्ट का इंतजार
Published : Feb 2, 2024, 10:20 PM IST
रांची: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और नई सरकार के गठन के बाद झारखंड में शुरू हुआ सियासी तूफान अब ठंडी हवा के झोंके के तौर पर नजर आने लगा है. लेकिन राजनीति में पैंतरेबाज़ी के कई रंग होते हैं, कब कौन सा दिख जाए, कहा नहीं जा सकता. हेमंत सोरेन गिरफ्तार हुए और उनकी गद्दी पर चंपई सोरेन आसीन हो गए. सत्ता का एक पहलू जरूर किसी और रंग के साथ खत्म हुआ है. लेकिन सत्ता को नया रंग देने के लिए जो सियासत शुरू होनी है उसकी तारीख तय हो चुकी है. गद्दी पर बैठे चंपई सोरेन ने भरोसा दिलाया है कि हेमंत का काम आगे बढ़ेगा, वहीं रांची से हैदराबाद पहुंचे विधायकों ने सरकार पर भरोसा जताया है. झारखंड में सरकार तो बन गई है, लेकिन सरकार बचाने की कोशिशों में लगे सभी बड़े पुरोधा हैदराबाद में हैं और वे 5 तारीख को वापस लौटेंगे. इसके बाद फ्लोर टेस्ट होगा. चंपई सोरेन की सरकार राज्यपाल के आदेश पर खरा उतरेगी तो झारखंड की राजनीति में चंपई सरकार की शुरुआत होगी. हालांकि, सरकार की मंशा है कि हेमंत के काम को आगे बढ़ाना है. लेकिन जिस जांच में फिलहाल हेमंत सोरेन फंसे हैं, उसमें बीजेपी चंपई सोरेन पर हमला नहीं करेगी. यह तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन कुल मिलाकर एक बात जरूर कही जा सकती है कि रविवार से झारखंड की राजनीति में जो बवंडर चल रहा है, फिलहाल वह थोड़े हिचकोले जरूर मार रहा है. अब देखने वाली बात यह है कि 5 तारीख को होने वाले फ्लोर टेस्ट में बीजेपी का क्या रुख होता है और महागठबंधन सरकार को किस तरह से समर्थन देता है?: