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जान जोखिम में डाल स्कूल जाने को बच्चे मजबूर, अमलीपदर पुल 2 साल बाद भी अधूरा - Gariaband Sukha Nala Bridge

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 31, 2024, 7:35 PM IST

नदी पार करने को बच्चे मजबूर (ETV Bharat Chhattisgarh)

गरियाबंद : जिले के अमलीपदर तहसील में सूखा तेल नदी पर 7 करोड़ की लागत से उच्चस्तरीय पुल निर्माण की शुरुआत की गई थी. गरियाबंद पीडब्ल्यूडी के सेतु शाखा के देखरेख में साल 2022 में काम शुरू किया गया. लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी आज तक काम पूरा नहीं हो पाया है. इस वजह से बारिश में नदी के भरने से 40 गांव के लगभग 45 हजार ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ गई हैं. 

जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे स्कूली बच्चे :  जिले में भारी बारिश की वजह से सूखा तेल नदी लबालब हो गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग नदी पार नहीं कर पा रहे, जिससे आवागमन बाधित हो गया है. सबसे ज्यादा चुनौतियां स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए बढ़ गया है, जो जान जोखिम में डालकर नदी पार कर स्कूल जाते हैं. इसके पहले भी कई बार स्कूल के बच्चे नदी पार करने के दौरान गिर कर चोटिल हो चुके हैं. धार तेज होने पर इस बार चुनौतियां और अनहोनी का खतरा ज्यादा है. 

पुल के दोनों ओर बने गड्ढे से बढ़ा खतरा :  इस रास्ते से गुजरने वाले हर एक राहगीर को खतरा मोल लेना पड़ रहा है. निर्माणाधीन पुल के काम को ठेकेदार ने अधूरा और अस्त व्यस्त छोड़ दिया है. रपटे के दोनों ओर गड्ढे बन गए हैं, जो किसी अनहोनी को आमंत्रित कर रहे हैं.  

अमलीपदर तहसील को नेशनल हाईवे 130 से जोड़ने वाली यह पुल बेहद अहम है. सूखा तेल नदी पर बनने वाले पुल से 40 गांव के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी. ग्रामीण और स्कूली बच्चे विना किसी खतरे के नदी पार कर सकेंगे. लेकिन अब तक पुल नहीं बनने की वजह से सूखा तेल नदी के रपटे पर आवाजाही करना दुर्घटना को न्योता देने के बराबर है. 

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