नई दिल्ली : टेक दिग्गज एप्पल ने गुरुवार को 92 देशों के चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को आगाह करते हुए नोटिफिकेशन ( Threat notifications ) भेजे, जिनमें कुछ भारत भी शामिल हैं, जिन्हें एनएसओ समूह के पेगासस जैसे 'भाड़े के स्पाइवेयर' का उपयोग करके निशाना बनाया जा सकता है. भाड़े के स्पाइवेयर ( Mercenary spyware ) हमलों को असाधारण रूप से अच्छी तरह से वित्त पोषित किया जाता है और वे समय के साथ विकसित होते हैं. Apple समर्थन दस्तावेज ( Apple support document ) के अनुसार, यह ऐसे हमलों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से आंतरिक खतरे-खुफिया जानकारी और जांच पर निर्भर करता है.
हालाँकि, कंपनी ने लक्षित उपयोगकर्ताओं को भेजे जा रहे खतरे के नोटिफिकेशन पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की. Apple support document के अनुसार, 2021 के बाद से, कंपनी ने इन हमलों का पता चलने पर साल में कई बार खतरे की सूचनाएं भेजी हैं और आज तक, "हमने कुल मिलाकर 150 से अधिक देशों में उपयोगकर्ताओं को सूचित किया है." Mercenary spyware हमलों की अत्यधिक लागत, परिष्कार ( sophistication ) और विश्वव्यापी प्रकृति उन्हें आज अस्तित्व में कुछ सबसे उन्नत डिजिटल खतरों में से बनाती है.