रांची: राजधानी के सुखदेव नगर थाना क्षेत्र से अपहरण का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. राहुल रविदास नाम का लड़का जेपीएससी की तैयारी करने गिरिडीह से रांची आया था. लेकिन सट्टेबाजी और शेयर बाजार के चक्कर में पड़कर घर से मिले सभी पैसे गंवा बैठा. हाथ खाली होने पर जब कुछ नहीं समझ में आया तो उसने खुद के ही अपहरण की कहानी रच डाली. उसने अपने अपहरण की प्लॉटिंग 28 अप्रैल की रात तैयार की.
अपने ही मोबाइल से गिरिडीह में मौजूद अपने भाई टिंकू रविदास को फोन कर कहा कि उसका अपहरण हो गया है और 2 लाख रुपए नहीं देने पर उसकी हत्या कर दी जाएगी. इस फोन कॉल ने रविदास परिवार की नींद उड़ा दी. सुबह होते ही राहुल का भाई टिंकू रविदास सुखदेव नगर थाना पहुंचा और अपने भाई के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई.
रांची पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया. रांची के एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर कोतवाली डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई. पुलिस अभी जांच कर ही रही थी कि इसी बीच राहुल के मोबाइल से उसके पिता सुदामा रविदास को फोन आया. इस लिड पर पुलिस ने राहुल के मोबाइल का लोकेशन ट्रेस किया.
28 अप्रैल को आए फोन का लोकेशन धनबाद था जबकि 29 अप्रैल को आए फोन का लोकेशन आसनसोल था. जब पुलिस की टीम आसनसोल पहुंची तो राहुल का मोबाइल स्विच ऑफ हो चुका था. फिर पुलिस ने रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो प्लेटफार्म पर राहुल अकेला घूमता हुआ दिखा. अगली सुबह जब राहुल का मोबाइल ऑन हुआ तो उसका लोकेशन गम्हरिया स्टेशन पर दिखा. इसके बाद बिना वक्त गंवाए पुलिस की टीम गम्हरिया स्टेशन पहुंची तो राहुल को प्लेटफार्म नंबर दो पर मोबाइल देखते हुए पाया गया.