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किसानों को खेत में कब और कितनी देनी है खाद बताएगी डिवाइस, युवा वैज्ञानिक मुनीर को मिलेगा 'यंग साइंटिस्ट अवार्ड' - Young Scientist Award

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 9, 2024, 6:24 PM IST

खीरी जिले के ग्राम गोरिया निवासी मुनीर खान ने फिर से जिले का नाम (Soil Quality Monitoring Device) रोशन किया है. मुनीर खान को बुधवार (10 जुलाई) को दिल्ली में 'यंग साइंटिस्ट अवार्ड' से नवाजा जाएगा.

युवा वैज्ञानिक मुनीर ने बनाई खास डिवाइस
युवा वैज्ञानिक मुनीर ने बनाई खास डिवाइस (फोटो क्रेडिट : Etv Bharat)

लखीमपुर खीरी : यूपी के खीरी जिले के एक छोटे से गांव से निकले मुनीर खान को बुधवार (10 जुलाई) को दिल्ली में 'यंग साइंटिस्ट अवार्ड' से नवाजा जाएगा. सॉइल क्वालिटी मॉनिटरिंग डिवाइस बनाकर मुनीर ने कीर्तिमान बनाया है.

मुनीर ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है जो किसानों की लागत को घटाएगी और किसानों को यह भी बताएगी कि उसकी जमीन में किन-किन पोषक तत्वों की कमी है और किसानों को कौन-कौन से और कितनी मात्रा में उर्वरक अपनी फसल में डालनी है. एक डिवाइस के माध्यम से यह सब काम होगा. मुनीर के इस आविष्कार को भारत सरकार से पेटेंट मिल गया है. कल (10 जुलाई) दिल्ली में मुनीर को भारत सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस पी. सदाशिवम, महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, हरियाणा के मिनिस्टर कंवरपाल और हॉर्टिकल्चर कृषि व्यापार और एग्रो एक्सपर्ट मिनिस्टर दिनेश प्रताप सिंह के सामने होगा. इस समारोह में ब्राजील के एंबेसडर केनेथ नोबरेगा आदि तमाम देशी विदेशी मेहमान मौजूद रहेंगे.

डिवाइस को पेटेंट कराया गया (फोटो क्रेडिट : युवा वैज्ञानिक)

ऐसे काम करेगी डिवाइस :मुनीर के मुताबिक, जमीनों के बंजर होने की चिंता उनको भी थी इसलिए पंतनगर यूनिवर्सिटी के डॉ. दुर्गेश पंत की निगरानी में मुनीर खान और उनके दो साथियों आशुतोष भट्ट और पंकज अधिकारी ने यह मॉनिटरिंग डिवाइस तैयार की. इसमें पेन की नोक की तरह दो डिवाइस होती है जो कौन सी फसल बोनी और खेत में किन-किन पोषक तत्वों की कमी है ये बता देती है. इस डिवाइस को मोबाइल एप्प के जरिए पता लगाया जा सकता है कि कितनी खाद खेत को चाहिए और जमीन में किस-किस पोषक तत्व की कितनी कमी है. यही नहीं खेत में कितनी नमी की जरूरत और कितनी नमी चाहिए यह भी इस डिवाइस से पता चल जाएगा.


मुनीर के मुताबिक, खेतों और छोटे किसानों के लिए ये डिवाइस बहुत फायदेमंद साबित होगी. किसानों को ज्यादा उर्वरक डालने की जरूरत नहीं होगी. जितनी उसकी फसल को जरूरत उतनी मात्रा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटास, जिंक, बोरान या किसी और तत्व की जरूरत का पता चल सकेगा. खीरी जिले के गौरिया गांव से निकलकर मुनीर ने उत्तराखंड के कॉलेज से बीटेक किया. जिसके बाद कोलंबिया यूनिवर्सिटी से एमएस एमफिल करने के बाद इस वक्त मुनीर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अप्लाइड वैज्ञानिक हैं. इससे पहले मुनीर को इंटरनेशनल यंग साइंटिस्ट का अवार्ड मिल चुका है. इसके अलावा मुनीर का अपना एआई बेस्ट ग्लासेज का अपना स्टार्टअप भी है जो अमेरिका में चल रहा है.

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