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हाथरस हादसे के जिम्मेदार भोले बाबा को बचा रही योगी सरकार, मरने वालों के परिवार को एक करोड़ मिले मुआवजाः अजय राय - Hathras Satsang Stampede - HATHRAS SATSANG STAMPEDE

हाथरस सत्संग हादसे के बाद सत्ता और विपक्ष के नेता घायलों और मृतकों से मिलने पहुंच रहे हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भोले बाबा को दोषी बता कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, सपा नेता बाबा का बचाव करते नजर आ रहे हैं.

पीड़ित परिवार से मिलते अजय राय.
पीड़ित परिवार से मिलते अजय राय. (Photo Credit; Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 4, 2024, 6:03 PM IST

Updated : Jul 4, 2024, 6:09 PM IST

हाथरस/लखनऊःसिकंद्राराऊ के फुलराई गांव में सत्संग के बाद मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कई लोग घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. हादसे के बाद सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के नेता घायलों और मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंच रहे हैं. इसके साथ इस हादसे पर राजनीति भी शुरू हो गई है. इसी कड़ी में बुधवार को कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष अजय राय बागला जिला अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की. प्रदेश अध्यक्ष गांव सोखना भी पहुंचे जहां एक ही परिवार में तीन महिलाओं की मौत हुई थी. अजय राय ने विश्वास दिलाया कि पूरा कांग्रेस परिवार इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ा है.

मृतकों के परिजनों एक करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए
इस दौरान अजय राय ने कहा कि योगी सरकार की घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा है. योगी सरकार जिन लोगों ने अपने परिवार के लोग खोए हैं, उनके दर्द को समझें और एक करोड़ रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी, घायलों को 25 लाख दें. उन्होंने कहा कि योगी सरकार पूरी तरह से विफल है. पूरे देश में यह पहली ऐसी घटना होगी, जिसमें इतने लोग एक साथ मृत्यु हुई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. घटना के बाद से जनपद का एक-एक पार्टी कार्यकर्ता लोगों की मदद करने के काम कर रहा है.

घायलों के इलाज के लिए नहीं पर्याप्त सुविधाएं और डॉक्टर नहीं

हाथरस के बाद लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में अजय राय ने इस हादसे पर योगी सरकार को जमकर घेरा. अजय राय ने कहा कि यूपी के इतिहास में सबसे दुःखद और बड़ी घटना हाथरस की हुई है. इतनी बड़ी घटना आज तक न सुना न देखा है. मैं स्वयं वहां गया था, अस्पताल देखा, लोगों से मिला. अधिकतर गरीब अनुसूचित जाति के लोग मरने वालों में से है. 80 हजार भीड़ की अनुमति मिली थी, लेकिन 2.5 लाख की भीड़ थी. सत्संग स्थल पर सिर्फ 40 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी, अस्पताल में कोई व्यवस्था नही थी. ऑटो टैम्पू से लोगों को अस्पताल ले जाया गया. शासन के संज्ञान में घटना के 2 से 3 घण्टे बाद आई, एम्बुलेंस तक मौजूद नही थी. एम्बुलेंस तक कि किल्लत इस प्रदेश में है, ये घटना यूपी सरकार की नाकामी है.

मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम में बात नहीं हो रही
अजय राय ने कहा कि जब मैं वहां पहुंचा तो सीएम मौजूद थे, डिप्टी सीएम, सीएम के साथ नही गए. आपस की लड़ाई में अब पूरा प्रदेश पिस रहा है. कई विसंगतिया वहां अभी भी मौजूद है. डेड बॉडी कही और भेजी जा रही थी. सरकारी लिस्ट में घायलों के इलाज के लिए मुआवजा के लिस्ट तैयार किया है. उसमें भी गड़बड़ी की गई है. जो लिस्ट बनाई गई है उसमें मृतकों को शामिल नहीं किया गया. एक परिवार की तीन-तीन लोगों की मौत हुई हैं लेकिन लिस्ट में उनके नाम गायब है. आरोपी बाबा को सरकार बचाने की कोशिश कर रही है. इस पूरे मामले की जांच सिटिंग जज से कराई जाए. इस मामले में जो भी अधिकारी आरोपी हैं, उन पर कार्रवाई की जाए. ये लोग असंवेदनशील हार्टलेस लोग है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बहुत कम मुआवजा दिया गया है. किसी का परिवार उजड़ गया और सरकार ने झुनझुना पकड़ा दिया. प्रशासन शासन की लापरवाही सामने आई है. जंगलराज यूपी में कायम है. भाजपा के लोग सिर्फ इवेंट करते हैं और फ़ोटो खिंचवाते है.

बनारस के मंदिरों पर मोदी ने चलाया बुलडोजर

अजय राय ने कहा कि पीएम मोदी सबसे बड़े हिंदू विरोधी हैं. हिंदुत्व का सर्टिफिकेट देने वाले लोग और ने बनारस का मंदिर तोड़ने का काम किया है. अक्षय वट वृक्ष को बनारस से हटा दिया. ऐसे लोग हिंदू धर्म के ठेकेदार बने घूम रहे हैं. मोदी सरकार ने बनारस में कॉरिडोर के चक्कर में वहां शनि भगवान का मंदिर तोड़ा, सालों पुराने छोटे मंदिरों को तोड़कर निर्माण कराया गया. अयोध्या में जिस तरह से पहली बारिश में राम पथ बह गया. वह यह बताता है कि किस तरह से अशुभ समय में राम मंदिर का पूजा पाठ करके कार्य किया गया और उसके गंभीर प्रणाम आने शुरू हो गए हैं.

कासगंज में मृतक बच्ची के पिता को चेक सौंपते विधायक व अधिकारी. (Photo Credit; Etv Bharat)

चेक मिलते ही फफक कर रो पड़े मृतक प्रियंका के पिता
हाथरस हादसे में कासगंज की रहने वाली प्रियंका की भीड़ में दबाकर मौत हो गई थी. बुधवार को पिता ने अपनी फूल सी बच्ची प्रियंका का नाम आंखों से अंतिम संस्कार किया था. गुरुवार को जब अमापुर के भाजपा विधायक हरिओम वर्मा और पटियाली उप जिलाधिकारी कुलदीप सिंह ने प्रियंका के पिता रामसेवक को 2 लाख का चेक सौंपा तो वह रो पड़े. विधायक और एसडीएम के सांत्वना देने पर शांत हुए. वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी भी गांव वहोटा में प्रियंका के घर पहुंचे और दुखी परिवार को सांत्वना दी.

धर्मवीर प्रजापति ने बागला जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. (Video Credit; Etv Bharat)

दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगीः धर्मवीर प्रजापति
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, होमगार्ड विभाग एवं नागरिक सुरक्षा धर्मवीर प्रजापति ने बागला जिला अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की. मंत्री ने चिकित्सीय स्टाफ को घायलों को बेहतर इलाज व अन्य सुविधा देने के निर्देश भी दिए. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादातर मौत दम घुटने की वजह से हुई है. घायलों और मृतकों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

हाथरस की घटना, साजिश नहीं हादसा है, एसओपी निर्धारित करनी चाहिएः राम गोपाल
वहीं, इटावा में सपा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि भोले बाबा से लोगों की आस्था इतनी थी, जिस कारण से बड़े पैमाने पर भीड़ हुई. सरकार इसकी जांच कर रही है. सरकार को इस तरह के कार्यक्रमों के लिए एसओपी निर्धारित करनी चाहिए. हाथरस की घटना सिर्फ हादसा है, इसमें कोई साजिश नहीं है. उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है, ज़्यादा भीड़ हो जाती है.



Last Updated : Jul 4, 2024, 6:09 PM IST

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