नई दिल्ली: दिल्ली में बस मार्शलों की नियुक्ति के मुद्दे पर सोमवार को मुख्यमंत्री आतिशी व सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर निशाना साधा. इस दौरान मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि महिलाएं जानती हैं कि डीटीसी बसों में पहले सफर करना कितना चुनौतीपूर्ण था. सुरक्षा की इस आवश्यकता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बसों में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को बतौर बस मार्शल तैनात किया था. इन बस मार्शल की उपस्थिति से न केवल महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही थी, बल्कि बसों में असामाजिक तत्वों पर भी लगाम लगी थी.
उन्होंने कहा कि 2023 से इस योजना में रुकावटें आने लगीं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अधिकारियों के माध्यम से बार-बार इस योजना में अड़चनें डालनी शुरू कीं. अप्रैल 2023 से बस मार्शलों की सैलरी रोक दी गई, जिससे उनके लिए आर्थिक कठिनाइयां पैदा हो गईं. इसके बाद, अक्टूबर 2023 में उन्हें नौकरी से हटा दिया गया. इन हालातों में सिविल डिफेंस वॉलंटियर को काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. आम आदमी पार्टी ने उनके समर्थन में आवाज उठाई और उनका साथ दिया.