नई दिल्ली/नोएडा:ईरान भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स सहित अन्य आपत्तिजनक सामान होने का डर दिखाकर साइबर ठगों ने एक महिला के साथ तीन लाख रुपये की ठगी कर ली. करीब तीन घंटे तक ठगों ने पीड़िता को डिजिटल अरेस्ट करके रखा. महिला ने मोबाइल ऐप से दस लाख रुपये का लोन लेकर ठगों द्वारा बताए गए खाते में रकम ट्रांसफर की. पुलिस ने ठगी की रकम में से एक लाख रुपये को फ्रीज करा दिया. जिन-जिन खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है, सेक्टर-49 पुलिस उन खातों की जांच कर रही है. जेल जाने का डर दिखाकर ठगों ने रकम ट्रांसफर कराई.
बरौला निवासी मानसी ने बताया कि उनके पास अनजान नंबरों से कॉल आई थी. फोन उठाते ही कॉलर ने बताया कि मानसी के नाम से एक पार्सल ईरान जा रहा है. जिसमें कुछ आपत्तिजनक सामान है. पार्सल भेजने में शिकायतकर्ता के आधारकार्ड का इस्तेमाल हुआ है. फोन करने वाले ने कहा कि हम इस पार्सल को नहीं भेज सकते क्योंकि वह रिटर्न हो गया है. जिसकी शिकायत आपको महाराष्ट्र पुलिस में करनी होगी, उन लोगों ने मानसी को अपनी बातों में उलझा लिया.
ठगों ने मोबाइल ऐप से पास कराया 10 लाख का इंस्टेंट लोन
इसके बाद ठगों ने मानसी को जेल जाने का भय दिखाकर रुपयों की मांग करनी शुरू कर दी. शुरुआत से मानसी ठगों को टरकाने का प्रयास करती रहीं, लेकिन ठग लगातार डराते रहे. मानसी ने यहां तक कहा कि उनके बैंक खाते में रुपये नहीं हैं, लेकिन फिर भी ठग नहीं माने और ठगों ने मानसी को डराकर झांसे में लिया. महिला को इस दौरान मोबाइल ऐप से दस लाख रुपये का इंस्टेंट लोन दिलवाया गया. ठगों ने लोन में से तीन लाख रुपये अवैध रूप से ट्रांसफर करा लिए. बाकी रुपये ट्रांसफर होने में तकनीकी दिक्कत आने के कारण ठगों ने संपर्क बंद कर लिया.