नई दिल्ली/नोएडा: ऐसा लगता है कि गर्मी साल दर साल बढ़ती जा रही है. जैसे हम इस सुलगती गर्मी को महसूस करते हैं, हमारी कारें भी लगातार सूरज की रोशनी में संघर्ष करती है. गर्मी वाहन को नुकसान पहुंचा सकती है. इस मौसम में अक्सर चलती कार में आग लगने की खबर आते रहती है. दिल्ली से सटे नोएडा में वाहनों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि लाखों की कीमत इन कारों में आग क्यों लग रही है?
चलती कार में आग लगने से कई लोग गंभीर हादसे का शिकार हो जाते हैं, जबकि सूझबूझ से कुछ लोग ऐसे हादसों का सामना आसानी से कर लेते हैं. पिछले साल 2023 में 115 वाहनों में आग लगने की घटनाएं हुई थी. इनमें तीन लोगों की कार में ही जलकर मौत हो गई थी. जबकि, बड़ी संख्या में चालकों ने समय रहते कूदकर जान तो बचा ली, लेकिन कारें जल गई.
गर्मियों में कार में इन समस्याओं का होना बहुत आम है.
- इंजन का ज़्यादा गर्म होना
- टायरों पर तनाव बढ़ना
- बैटरी खराब होना
- एयर कंडीशनिंग
- पेंट का टूटना और फीका पड़ना
क्यों लगती है चलती कार में आग:नोए़डा केचीफ फायर ऑफिसर प्रदीप कुमार चौबे का कहना है कि लोग लाखों की कार तो खरीद लेते हैं, लेकिन सस्ते के चक्कर में ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर न जाकर लोकल मैकेनिक के पास चले जाते हैं. अधिकांश कारों में वायरिंग के साथ छेड़छाड़ करने से भी शॉर्ट सर्किट हो सकती है. कार में बैटरी और सीएनजी गैस की फिटिंग सही तरीके से नहीं होने के कारण भी वाहनों में आग लग रही है. गैर कानूनी गैस किट और रफ्तार पर नियंत्रण न होने के कारण भी वाहनों में अगलगी की घटनाएं बढ़ी है.