नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में कोट पैंट पहनकर शादी समारोह में शामिल होने के बाद वहां मौजूद लोगों का मोबाइल चोरी कर फरार होने वाले चोर और उसके साथी को सेक्टर-49 थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से चोरी के 20 मोबाइल बरामद हुए हैं. दोनों आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से ज्यादा केस दर्ज है.
डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया कि बीते दिनों होशियारपुर गांव में शादी समारोह का आयोजन था. यहां कई लोगों की मोबाइल चोरी हो गई. मामला संज्ञान में आते ही आरोपियों की पहचान के लिए एक टीम गठित की गई. शादी समारोह की फुटेज से यह साफ हो गई कि बाहर से आए किसी व्यक्ति ने ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया है. इसके बाद गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एसीपी ट्विंकल जैन की अगुवाई में एक टीम गठित की गई. टीम जब रविवार रात सेक्टर-50 स्थित केंद्रीय विहार कॉलोनी में गश्त कर रही थी, तभी एक कार पर सवार दो व्यक्ति उधर से गुजरे. संदिग्ध लगने पर पुलिस ने दोनों की तलाशी ली. उनकी गाड़ी की तलाशी लेने पर उसके अंदर एक बैग में 20 मोबाइल मिले.
दोनों को जब दबोचा गया तब ये जानकारी सामने आयी कि वह चोरी के मोबाइल को बेचने दिल्ली जा रहे थे. आरोपियों की पहचान कानपुर के जाजमऊ निवासी शादाब आलम और चकेरी निवासी असद उर्फ अशद के रूप में हुई है. दोनों शादी की सीजन में सक्रिय होते थे. एक सीजन में सौ से अधिक मोबाइल चुराने का दोनों ने लक्ष्य बना रखा था. आरोपियों के पास से एक फर्जी आधार कार्ड और आरसी भी बरामद हुई है.
कार से चलते हैं आरोपी: एडिशनल डीसीपी सुमित शुक्ला ने बताया कि घटना में इस्तेमाल होने वाली 30 लाख कीमत की कार को भी कब्जे में लिया गया है. कार गिरोह के सरगना असद की मां के नाम है. असद वर्तमान में सेक्टर-73 स्थित अंतरिक्ष गोल्फ व्यू सोसाइटी में किराये का कमरा लेकर रह रहा है. असद के मुताबिक उसका रोज का खर्चा पांच हजार रुपये के करीब है.
वारदात के समय गाड़ी में लगाता था फर्जी नंबर प्लेट : असद शादी समारोह में मोबाइल की चोरी करता था और उसका साथी बाहर गाड़ी स्टार्ट कर खड़ा रहता था. मोबाइल चोरी करने के बाद असद सीधे कार के पास आता था और दोनों वहां से फरार हो जाते थे. आरोपियों के खिलाफ मारपीट और लूट के भी मुकदमे दर्ज हैं. नोएडा के अलावा आरोपियों ने दिल्ली, आगरा और कानपुर समेत अन्य शहरों में भी वारदात को अंजाम दिया था. जिस समय कार बरामद हुई आगे और पीछे फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थी. असली नंबर प्लेट आरोपियों ने कार के अंदर रखी थी. असद के खिलाफ चार और शादाब के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज होने की जानकारी मिली है. पुलिस ने इस गिरोह के अन्य साथियों के बारे में भी जांच शुरू कर दी है. गिरफ्तार आरोपियों पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जाांच की जा रही है.
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