पटना:केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा नदी में अभी भी उफान है. पटना में गंगा कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है. पटना के दीघा घाट में डेंजर लेवल 50.45 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 50.48 मीटर पर पहुंच गया है. वहीं गांधी घाट में डेंजर लेवल 48.60 मीटर है लेकिन गंगा का जलस्तर 49.26 मीटर पर पहुंच गया है. हाथीदह में गंगा का डेंजर लेवल 30.31 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 42.11 मीटर पर पहुंच गया है. गंगा नदी का मनेर में डेंजर पॉइंट 52 मीटर है, वहां जलस्तर 51.94 मीटर है और इसमें वृद्धि हो रही है.
पटना में गंगा खतरे के निशान से ऊपर:गंगा नदी बक्सर में डेंजर लेवल 60.32 मीटर से कुछ ही कम है, अभी 59.48 मीटर है. बक्सर में गंगा नदी का फॉलिंग ट्रेंड है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया था और अधिकारियों को सतर्क करने का निर्देश दिया था.
कोसी, गंडक, बागमती भी खतरे के निशान से ऊपर:बिहार की कई नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर है. सोन और उसकी सहायक नदियों के जल ग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है. मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तर प्रदेश से सोन नदी में काफी पानी आया है. जिस वजह से निचले इलाकों में पानी फैल गया है. ऐसे में लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है.
बिहार में नदियों का जलस्तर बढ़ा: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज जिले के डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के रुन्नीसैदपुर में 27 सेंटीमीटर ऊपर है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में 104 सेंटीमीटर ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में 94 सेंटीमीटर ऊपर है. कोसी नदी कटिहार जिले के कुर्सेला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. परमान नदी एरिया में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर ऊपर है.