सहरसाः बिहार में कोसी नदी को शोक का दर्जा दिया गया है, क्योंकि हर साल यह नदी लोगों की जिंदगी तबाह करती है. बाढ़ में ना जाने कितने लोग घर से बेघर हो जाते हैं. इसकी शुरुआत अभी से हो गयी है. कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण आसपास के कई गावों में पानी घूसने के कारण जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
7 पंचायतों में घुसा पानीः नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि होने लगी है. सहरसा के नवहट्टा प्रखण्ड की लगभग 7 पंचायतों में बाढ का पानी घुस गया है. गांव के चारों ओर बाढ़ का पानी फैल चुका है. तटबंध के आसपास रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों की तलाश में निकल रहे हैं. पीड़ित अपना राशन पानी लेकर घर छोड़कर निकल पड़े हैं.
'आवामगन प्रभावित':नवहट्टा प्रखंड के रहने वाले अशोक कुमार सहनी के घर में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. उन्होंने मीडिया के सामने अपना दुखरा सुनाया. कहा कि सरकार वोट लेने के लिए आती है इसके बाद चली जाती है. उनके घर में पानी घुस गया है लेकिन अब तक नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. बच्चों को स्कूल जाने के साथ साथ राशन पानी लाने में परेशानी हो रही है.
"कोसी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के साथ ही घरों में पानी चला आया. घर में रखे अनाज सहित अन्य सामग्री बर्बाद हो गया. आवागमन बाधित हो गया है. बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है. प्रशासन की ओर से नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है."-अशोक कुमार सहनी
'नाव की व्यवस्था नहीं': नवहट्टा की रही रहने वाली राधा देवी की मानें तो कोसी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से घर आंगन में पानी आ गया है. घरों में रखा अनाज सहित अन्य सामन बर्बाद हो गया. सड़कों पर पानी आ जाने से आवागमन प्रभावित हो गया है. राधा देवी ने बताया कि नाव की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. अभी घर में पानी घुसा है. आगे और जलस्तर में बढ़ोतरी होगी.
पीड़ितों ने की मदद की मांगः पीड़िता इंदु देवी और त्रिफल देवी की मानें तो अचानक पानी बढ़ने से तटबन्ध के अंदर घर घर मे पानी चला गया है. लोगों की परेशानी बढ़ गई है. उन्होंने प्रशासन पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में नाव की कमी को पूरा करने और सरकारी मदद शीघ्र उपलब्ध करवाने की मांग की है. कहा कि प्रशासन हमलोगों की मदद करे नहीं तो खाने-पीने की समस्या हो जाएगी.
प्रशासन पूरी तरह तैयारः जबकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भ्रमण कर वापस लौटी अंचलाधिकारी मोनी बहन की मानें तो कोसी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में कोसी का पानी फैल चुका है. स्थिति अभी सामान्य है लेकिन जलस्तर बढ़ने से समस्या बढ़ सकती है. प्रशासन संभावित आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.