उत्तरकाशी:चिन्यालीसौड़ ब्लॉक में बादसी घोडाफाली से पुजारगांव खांड तक करीब 7 किमी का हिस्सा दो दशक बाद भी डामरीकरण नहीं हो पाया है. जिसके चलते आए दिन हादसे का डर बना रहता है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने तहसील प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर जल्द मोटरमार्ग की डामरीकरण करने की मांग की है. वहीं, मांग पर कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.
बता दें कि चिन्यालीसौड़ ब्लॉक की बादसी गोपाल गौलोक धाम सड़क प्रखंड के बादसी, पुजारगांव, खांड, कटखाण, क्यारकटी और चोपड़धार जैसे बड़े गांवों को जोड़ती है. जिसका निर्माण अलग-अलग कार्यदायी संस्थाओं ने कराया. लोक निर्माण विभाग चिन्यालीसौड़ ने कई बार बजट की उपलब्धता के अनुसार अविभाजित उत्तरप्रदेश में साल 1998-99 तक अलग-अलग हिस्सों में सड़क का निर्माण कराया. विभाग ने सड़क का भड़कोट-बादसी तक साल 2009-10 में डामरीकरण कराया.
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वहीं, बादसी से खांड तक डामरीकरण नहीं हुआ. खांड से आगे चोपड़धार तक पीएमजीएसवाई विभाग ने सड़क निर्माण और डामरीकरण कार्य कराया, लेकिन बादसी घोडाफाली से पुजारगांव खांड तक 7 किमी का हिस्सा दो दशक बीत जाने के बाद भी आज तक डामरीकरण नहीं हो पाया है. जिसके चलते इस हिस्से में सड़क की हालत बेहद खस्ता है. जबकि, इस सड़क से कई चौपहिया और दोपहिया वाहन आवाजाही करते हैं.
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सड़क डामरीकरण न होने से सड़क की खस्ताहालत के चलते दुर्घटना का खतरा बना रहता है. ग्राम पंचायत खांड के प्रधान जसपाल पोखरियाल, कटखाण के प्रधान सोहन लाल ने बताया कि कई बार क्षेत्र पंचायत की बैठक में भी सड़क डामरीकरण की मांग उठाई गई, लेकिन आज तक भी सड़क के डामरीकरण के लिए तहसील और जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
बादसी गोपाल गौलोक धाम सड़क के 7 किमी हिस्से के डामरीकरण के लिए डेढ़ महीने पहले 5.80 करोड़ रुपए का एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजा गया है. स्वीकृति मिलने पर ही सड़क डामरीकरण का काम शुरू किया जाएगा. -मनोज दास, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग, चिन्यालीसौड़