जमुई: बिहार के जमुई से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां जिले के बरहट थाना क्षेत्र के भंदरा गांव में दो युवक को संदिग्ध स्थिति में घूमते देख ग्रामीणों ने उन्हें पड़कर बरहट थाना अध्यक्ष कुमार संजीव के हवाले कर दिया. पुलिस भी दोनों युवकों अपने साथ बरहट थाना लेकर आ गई. पुछताछ में एक युवक उत्तर प्रदेश के लखनऊ पुलिस में कार्यरत सब इंस्पेक्टर श्रवण कुमार निकलास जो किसी केस के सिलसिले में एक युवक की तलाश में जमुई पहुंचा था.
लखनऊ पुलिस को ग्रामीणों ने पकड़ा: युवती की तलाश में यूपी पुलिस एक घर की शिनाख्त कर रही थी. बताया जा रहा है कि लखनऊ की एक युवती को जमुई का एक युवक बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा लाया है. उसी केस के सिलसिले में यूपी पुलिस जांच के लिए पहुंची थी. आरोपी की शिनाख्त होने पर वह जमुई पुलिस के सहयोग से दविश देती लेकिन उससे पहले ही ग्रामीणों ने यूपी पुलिस को संदिग्ध शख्स समझकर धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया.
लड़की की तलाश में आई पुलिस: वहीं ग्रामीणों ने बताया कि दो संदिग्ध युवक एक बाइक से सुबह के 10 बजे से गांव में घूम रहे थे. जब उनसे पुछताछ की गई तो उसने अपने आपको यूपी पुलिस का एसआई बताया. उक्त युवक ने गांव के शंभू दास और भोला दास के बारे में पुछताछ की. दोनों पुलिसकर्मी के द्वारा कहा गया कि इन्हीं के घर पर लखनऊ से भगाकर लाई हुई लड़की है. दोनों का नंबर इसी गांव का लोकेशन भी दिखा रहा है.
ग्रामीणों को पुलिस पर हुआ शक: वहीं गांव के युवकों द्वारा जब दिए गए नंबर की जांच गई तो वह नंबर नहीं पाया गया. इसके बाद ग्रामीणों को शक हुआ कि दोनों युवक फर्जी पुलिस वाले हैं. शंका होने के बाद बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव को जानकारी दी गई. ग्रामीणों ने बताया कि एक दिन पहले सिकंदरा चौक से एक फर्जी आईपीएस की गिरफ्तारी हुई थी. इसलिए उसी शंका के आधार पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी. इसमें एक युवक सदर थाना क्षेत्र के ढंढ प्रतापपुर गांव का बताया गया है.