भिवानी: हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से सब्जी एवं फल व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस के विरोध में आढ़तियों का विरोध जारी है. हरियाणा आढ़ती संगठन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपने वादे अनुसार 8 फरवरी तक थोपी गई मार्केट फीस वापस नहीं लेती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. हड़ताल के चलते नागरिकों को होने वाली परेशानियों के लिए सरकार जिम्मेदार होगी.
क्या है मामला?: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान पुरुषोत्तम बुद्धिराजा ने भिवानी सब्जी मंडी में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बीजेपी सरकार द्वारा कोरोना काल में फल एवं सब्जी व्यापारियों पर 2 फीसदी ड्यूटी लगाई थी. उन्होंने कहा कि अब एक मुश्त फीस व्यापारियों से मांगी जा रही है. यह पिछले साल के मुकाबले करीब 50 फीसदी अधिक है. अग्रिम तौर पर मांगी जा रही फीस के तहत आढ़तियों को 5 से 7 लाख रुपए सालाना देने पड़ेंगे जो बहुत अधिक है.
10 फरवरी से मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान ने कहा कि इतनी मोटी रकम देना आढ़तियों के लिए आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के विरोध में 20 दिसंबर 2023 को फल एवं सब्जी विक्रेताओं ने रोष जताते हुए सांकेतिक हड़ताल की थी. उस समय प्रदेश के कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मार्केट फीस हटा ली जाएगी, लेकिन आज तक वे वादा नहीं निभा पाए हैं. सरकार के इसी वादाखिलाफी के विरोध में 1 फरवरी को रोहतक में आयोजित प्रदेश स्तरीय मीटिंग में फैसला लिया गया कि यदि सरकार 8 फरवरी तक फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस नहीं हटाती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की सब्जी मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी.