चरखी दादरी: आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए बुरी खबर है. सरकार द्वारा निजी अस्पताल में भी बकाया राशि नहीं देने से आयुष्मान कार्ड धारकों की स्वास्थ्य सुविधाओं पर विराम लगा दिया है. निजी अस्पताल संचालकों ने आयुष्मान कार्डधारक किसी भी मरीज को एडमिट करने से मना कर दिया है. दादरी में 2023-24 की बकाया राशि का भुगतान नहीं होने के कारण निजी अस्पताल संचालकों में रोष बना हुआ है. निजी अस्पतालों में मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं मिलेगा. डॉक्टरों का कहना है कि जिलेभर में 22 अस्पताल है ऐसे हैं, जो आयुष्मान पैनल पर है.
चिकित्सकों की सरकार को चेतावनी: प्रदेश के सभी निजी अस्पतालों ने आज से आयुष्मान कार्ड पर फ्री इलाज करना बंद कर दिया है. सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड पर किए गए इलाज का पैसा नहीं देने समेत कुछ अन्य मागें नहीं माने जाने पर यह निर्णय लिया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने यह ऐलान किया है कि आईएमए ने सरकार को कुछ दिन पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर सरकार ने निजी अस्पतालों का बकाया पैसा नहीं दिया तो वे आयुष्मान कार्ड पर इलाज बंद कर देंगे.
'सरकार ने पूरी नहीं की मांगें': निजी अस्पताल संचालकों का कहना है कि सरकार 6-6 महीने तक अस्पतालों को आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज का पैसा नहीं देती. इसके अलावा, उनका कहना है कि इलाज खर्च की पूर्व-स्वीकृति के बाद भी कटौती की जाती है. बिल भी रिजेक्ट किए जाते हैं, जो कि गलत है. चिकित्सकों का कहना है कि जून महीने से पेमेंट नहीं मिल रही है, जिसके चलते चिकित्सकों में रोष है. जब तक मांगें पूरी नहीं होती तब तक आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं दिया जाएगा.
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