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नए साल पर नहीं कर पाएंगे बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन, झांकी दर्शन ही मिलेंगे - KASHI VISHWANATH TEMPLE

31 दिसंबर की रात से 3 जनवरी तक बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे.

बाबा विश्वनाथ धाम.
बाबा विश्वनाथ धाम. (Photo Credit : ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 8 hours ago

वाराणसी : बाबा विश्वनाथ के धाम में भक्तों की बढ़ रही संख्या और विशेष मौके पर भक्तों की ज्यादा भीड़ मंदिर प्रशासन के लिए भी कहीं न कहीं से परेशानी बढ़ाने वाली साबित होती है. सबसे बड़ी बात यह है कि स्पर्श दर्शन को लेकर लोगों की तरफ से लगातार कोशिश जारी रहती है, लेकिन अगर आप नए साल के मौके पर वाराणसी आ रहे हैं और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन की सोच रहे हैं, तो यह संभव नहीं होगा, क्योंकि आने वाली भीड़ को देखते हुए 31 दिसंबर की रात से 3 जनवरी तक बाबा विश्वनाथ में स्पर्श दर्शन पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा. यहां आने वाले लोगों को नए साल के मौके पर सिर्फ झांकी दर्शन हो पाएंगे.

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा का कहना है कि 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक स्पर्श दर्शन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. हर वर्ष नए साल के मौके पर लाखों की संख्या में भक्तों का आना होता है. पिछले वर्ष भी लगभग 7 लाख लोग मंदिर में पहुंचे थे और इस वर्ष भी इससे ज्यादा की ही भीड़ आने का अनुमान है. भीड़ ज्यादा होने पर मंदिर के गर्भगृह में सभी को दर्शन के लिए पहुंचना संभव नहीं होता है. इसलिए स्पष्ट दर्शन को रोकना ही बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि भीड़ को मैनेज करने के लिए सिर्फ झांकी दर्शन को ही जारी रखा जाएगा.


हाल ही में विश्वनाथ धाम के नए निर्माण को हुए 3 वर्ष पूरे हुए हैं. विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक 3 साल में 19 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं. इसमें खास मौके पर जैसे शिवरात्रि सावन नववर्ष मकर संक्रांति पर लाखों की संख्या में भीड़ पहुंचती है मंदिर के मुख्य कार्यपालिका नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर स्पर्श दर्शन रोका जाता है, लेकिन यहां आने वाले श्रद्धालुओं को और कहीं दिक्कत ना हो इसका प्रबंध भी किया जा रहा है. नए साल पर लाखों की भीड़ आने की उम्मीद है. इसलिए झांकी दर्शन से जल्दी-जल्दी लोगों को दर्शन का लाभ देकर बाहर निकालने की मंशा के अनुरूप कार्य किया जा रहा है. इस दौरान ना ही कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लगेगा ना ही किसी तरह का विशेष टिकट उपलब्ध होगा.

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