वाराणसी : भेलूपुर इलाके के धर्मानगर में 5 नवंबर को एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी. 4 लोगों के शव एक घर में जबकि एक शख्स की लाश निर्माणाधीन दूसरे मकान में मिली थी. इस सामूहिक हत्याकांड के 5 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस राजेंद्र गुप्ता के भतीजे विशाल उर्फ विक्की को संदिग्ध मानकर उसकी तलाश कर रही है. पुलिस को उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है. हालांकि पुलिस की जांच में कुछ हैरान करने वाली जानकारियां भी सामने आईं हैं.
पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र जबकि दूसरी टीम अहमदाबाद में डेरा डाले हुए हैं. विक्की अहमदाबाद की एक सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी में काम करता था. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि अहमदाबाद में विक्की जिस फ्लैट में किराए पर रहता था. उसे उसने 20 अक्टूबर को यह कहकर छोड़ा था कि उसकी नौकरी कहीं और लग गई है. वह अहमदाबाद छोड़कर जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने 20 अक्टूबर के बाद उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश में ही ट्रेस की है.
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24 अक्टूबर को उसने आखिरी बार बैंक से कुछ पैसे भी निकाले. इससे यूपी के किसी शहर में उसकी लोकेशन मिली. पुलिस अब सोमवार को बैंक खुलने का इंतजार कर रही है ताकि पूरी डिटेल निकाली जा सके. पुलिस जांच में कुछ और बातें सामने आईं हैं जो इस पूरे हत्याकांड के पीछे पुरानी रंजिश को और भी बल दे रही है.
पुलिस की जांच और फॉरेंसिक टीम की तरफ से की गई जांच के बाद यह बात सामने आई है कि 5 नवंबर को सुबह 5:00 के बाद राजेंद्र की पत्नी नीतू और बाकी तीन बच्चों की हत्या की गई है, जबकि राजेंद्र की हत्या 4 नवंबर की रात 12:30 से 1:00 के बीच ही हो गई थी, यानी हत्यारे ने पहले राजेंद्र को मौत के घाट उतारा था और उसके बाद पूरे परिवार की हत्या की.