मिर्जापुर :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे और चर्चित ठुमरी गायक छन्नूलाल मिश्र इन दिनों पारिवारिक कलह से जूझ रहे हैं. उनकी बड़ी बेटी ही उनके लिए परेशानी का कारण बन गई है. वह कई तरह से उन्हें परेशान करती रहती है. इसके कारण उन्हें बनारस छोड़ना पड़ा. 2 साल से वह अपनी दूसरी बेटी के साथ मिर्जापुर में रह रहे हैं. ज्यादातर वह बेड पर रहते हैं. चलने-फिरने के लिए उन्हें व्हीलचेयर का इस्तेमाल करना पड़ता है. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी से कार्रवाई की मांग की है.
पंडित छन्नूलाल मिश्र संगीत की दुनिया की जाना-मानी शख्सियत हैं. ठुमरी गीत से वह लोगों का ध्यान खींचते रहे हैं. उनका जन्म 1936 में वाराणसी में हुआ. सोहर, ठुमरी, कजरी, चैती गायकी के लिए वह देश-विदेश में भी जाने जाते हैं. एक दौर में उनके गीत सुनने के लिए लोग बेताब रहते थे. पंडित छन्नूलाल मिश्र पद्म भूषण से भी नवाजे जा चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय चुनाव के दौरान वाराणसी में वह साल 2014 में पीएम मोदी के प्रस्तावक भी रह चुके हैं. पीएम के शपथ लेने से पहले वह बधाई गीत भी गा चुके हैं.
बड़ी बेटी रच रही साजिश :रविवार को मीडिया से बातचीत में ठुमरी गायक ने कहा कि वह पीएम और सीएम से मिलकर अपनी परेशानी बताना चाहते हैं. इस समय वह काफी परेशान चल रहे हैं. वह 2 साल से काशी छोड़कर मिर्जापुर में रह रहे हैं. इस समय न उनकी सेहत साथ दे रही है और न प्रशासन. उनकी परेशानी को कोई सुनने वाला नहीं है. छन्नूलाल मिश्र का आरोप है उनका परिवार वाराणसी में उन्हें रहने नहीं दे रहा है. उनकी बड़ी बेटी उन्हें परेशान कर रही है. काशी छोड़कर आने का उन्हें काफी मलाल है. बड़ी बेटी उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रच रही है. उन्हें और उनकी दूसरी बेटी को दौड़ाया जा रहा है.