देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में बुधवार को मुख्यमंत्री आवास पर एमओयू साइन किया गया. उच्च शिक्षा विभाग की ओर से सचिव शैलेश बगोली ने ब्रिटिश उच्चायोग के डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलीन रौवेट के साथ चिवनिंग स्कॉलरशिप और इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड के गवर्नमेंट पार्टनरशिप हेड संतोष अनंथपुरा के साथ एमओयू पर साइन किया.
बता दें चिवनिंग उत्तराखंड स्कॉलरशिप का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्र के गरीब मेधावी छात्रों को विशेष रूप से छात्राओं को वैश्विक अवसर प्रदान करने के साथ ही उनकी नेतृत्व क्षमता का भी विकास करना है. उच्च शिक्षा विभाग के तहत प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय एवं शासकीय महाविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे और चिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए पात्र 5 छात्रों को हर साल स्नातकोत्तर स्तर पर अध्ययन के लिए ब्रिटेन के किसी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में भेजा जाएगा. इससे उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को न सिर्फ वैश्विक पैरामिटर्स के अनुसार काम करने का अनुभव होगा, बल्कि उनमें नेतृत्व क्षमता का भी विकास होगा.
इस स्कॉलरशिप के तहत पढ़ाई के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को ब्रिटेन में एक साल के अध्ययन के बाद अपने राज्य के विकास के लिए कार्य करना अनिवार्य होगा. इस प्रस्तावित सहयोग और समझौते के तहत इसका बराबर व्ययभार चिवनिंग और राज्य सरकार की ओर से वहन किया जाएगा. साथ ही स्प्रिंगबोर्ड इंफोसिस अपने वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर सीएसआर के तहत शिक्षकों के लिए आईटी आधारित निशुल्क प्रशिक्षण मॉड्यूल और छात्रों के लिए निशुल्क कोर्स उपलब्ध कराएगा. पाठ्यक्रमों का चयन एनईपी के तहत ऐच्छिक कोर्स के रूप में भी किया जाएगा. जिसका प्रयोग कर शिक्षक अपने संस्थान के छात्रों के लिए माइक्रोसाइट्स बना सकते हैं.