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ऊर्जा मंत्री ने कहा-बिजली चोरी में कर्मचारी जिम्मेदार, विजिलेंस करे कार्रवाई - Electricity theft in UP

ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने समीक्षा बैठक के दौरान अपने ही विभाग के कर्मचारियों पर तमाम आरोप मढ़े. ऊर्जा मंत्री का कहना था कि बिजली चोरी (Electricity Theft in UP) में विभागीय कर्मचारियों की संलिप्तता के मामले सामने आ रहे हैं. यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (Photo Credit: ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 7, 2024, 10:53 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बुधवार को सभी डिस्काम के साथ समीक्षा की. कहा कि प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को पटरी में लाने के लिए सभी कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करें. उपभोक्ताओं की शिकायतों को गंभीरता से लें. शिकायतों के समाधान में संवेदनशीलता बरतें. लोगों की मजबूरी का फायदा न उठाएं. उनकी परेशानियों में हमदर्द बनकर सहयोग करें. 1912 पर आई शिकायतों का निस्तारण कराएं. ऐसी व्यवस्था बनाएं कि समस्या ही न पैदा हो. कहा कि जहां बिजली चोरी हो रही है वहां कर्मचारियों की संलिप्तता के बिना यह संभव नहीं है. ऐसे इलाकों में विजिलेंस जांच कराई जाए. अगर कर्मचारी संलिप्त पाए जाएं तो उन्हें भी न छोड़ा जाए.



ऊर्जा मंत्री ने सभी डिस्कॉम के एमडी को निर्देश दिए कि जिन क्षेत्रों में खासतौर पर शहरी फीडर में 60 से 70 प्रतिशत लाइन लॉस है. वहां पर विद्युत चोरी रोकने के लिए विजिलेंस कार्रवाई करें. विद्युत चोरी में संलिप्त वहां के कर्मचारियों पर भी सख्त कार्रवाई करें. विद्युत चोरी करने वाले और करवाने वाले कार्रवाई से बचने नहीं चाहिए. जहां पर भी लाइन लॉस ज्यादा है वहां पर पूरा ध्यान दें. विद्युत चोरी में संलिप्त लोग विभाग के राजस्व को नुकसान पहुंचा रहे, यह अब मंजूर नहीं होगा. विद्युत चोरी पर अंकुश लगाएं और राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दें. बड़े बकायेदारों पर कार्रवाई करें. उपभोक्ताओं को समय से बिल जमा करने के लिए भी प्रेरित करें. किसी भी प्रकार की कार्रवाई में किसी भी निर्दोष व्यक्ति का उत्पीड़न न हो, इसके लिए शिकायतों के प्रति सतर्क और गंभीर रहें.

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में इस बार बरसात में सबसे ज्यादा शिकायतें आईं. विद्युत कटौती बंद होनी चाहिए. निर्धारित शेड्यूल में सभी क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति की जाए. विद्युत कार्यों के लिए शटडाउन के दौरान सभी कार्य कराए जाएं, खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत कार्यों को शटडाउन के समय ही कराया जाए. लोग ट्रिपिंग और लो वोल्टेज से परेशान हैं. लखनऊ के गोमतीनगर और इंदिरानगर जैसे पॉश इलाके में भी ट्रिपिंग हो रही है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि किसानों के निजी नलकूप कनेक्शन के लिए जरूरी विद्युत सामग्री की आपूर्ति समय से की जाए. ट्रांसफार्मर जलने पर समय से उसकी रिपेयरिंग हो, इसके लिए वर्कशॉप की व्यवस्था ठीक से संचालित कराएं.



ऊर्जा मंत्री ने कुछ गंभीर शिकायतों की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि वर्तमान में ऐसी स्थिति है. उन्होंने बताया कि प्रियदर्शनी पावर हाउस, फैजुल्लागंज में 200 केवी का ट्रांसफार्मर रात दो बजे जल जाता है, लेकिन सुबह तक किसी भी अधिकारी को खबर नहीं लगती. सुबह मंत्री कार्यालय में शिकायत आने पर दोपहर बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकी. इसी तरह मथुरा से शिकायत है कि उपभोक्ता के यहां 11 दिनों से विद्युत आपूर्ति नहीं आ रही थी और 1912 में की गई शिकायत का समाधान होना बताया जा रहा था. बरेली के रसूलपुर के रचित अग्रवाल के निजी नलकूप कनेक्शन में बिजली चालू नहीं की गई और बिजली बिल आने लगा. किसानों के ट्रांसफार्मर जल जाने पर समय से न बदलने की शिकायतें आ रही हैं. ऐसी गंभीर शिकायतों का समाधान स्थानीय स्तर पर ही समय से हो जाना चाहिए था, शिकायतों का समाधान समय से हो जाता, तो उपभोक्ता को हमारे पास तक आने की जरूरत ही नहीं पड़ती.




पाॅवर काॅरपोरेशन अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने कहा है कि विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाना है. सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बेहतर रहे. विद्युत व्यवधानों को कम से कम समय में ठीक करें. ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त न हों इस पर पूरा ध्यान दिया जाए और क्षतिग्रस्त होने पर उन्हें निर्धारित अवधि में हर हाल में बदला जाए.

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