कानपुर : कानपुर साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने यूपी के अलग-अलग जिलों में ग्रीन गैस व इंद्रप्रस्थ गैस कनेक्शन धारक और इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन धारकों से ठगी की घटना को अंजाम देने वाले चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. चारों आरोपी व्हाट्सएप से APK फाइल भेज कर ठगी की घटना को अंजाम देते थे. डीसीपी क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा किया है.
डीसीपी ने बताया कि बीती 17 जुलाई को रविंद्र सिंह नेगी निवासी नवीन नगर के द्वारा साइबर थाने में 48 हजार 332 रुपये की ठगी होने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. क्राइम ब्रांच ने एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर, एसीपी क्राइम मोहम्मद मोहसिन खान की टीमें लगाई गई थीं. मंगलवार को साइबर क्राइम पुलिस ने चार अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए अभियुक्तों के पास से 12 मोबाइल फोन, फर्जी आईडी के प्रीपेड एक्टिवेट सिम कार्ड बरामद हुए हैं. पकड़े गए चारों अभियुक्त जामताड़ा झारखंड के रहने वाले हैं.
आरोपी देश स्तर पर विभिन्न प्रदेशों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक के रहने वाले आम लोगों जिन्होंने ग्रीन गैस, इंद्रप्रस्थ गैस व इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन ले रखा है. उनके मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज के जरिए विशेष रूप से बनाई गई एक APK फाइल को भेजते थे. फिर उसके माध्यम से महत्वपूर्ण डाटा लेकर बैंक खातों से ऑनलाइन बैंकिंग तथा पेमेंट वॉलेट के जरिए उनके सारे रुपये धोखाधड़ी कर निकाल लेते थे.