अयोध्या: अयोध्या मंडल (Ayodhya Mandal) में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह (CM Samuhik Vivah) की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं. इस बार मण्डल में लगभग 6981 विवाह होना सुनिश्चित हुआ है. इसमें सबसे अधिक शादियां मण्डल के अयोध्या जिले में होंगी. इसके बाद सुल्तानपुर का नम्बर है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में शादियां कराने के लिए समाज कल्याण विभाग पूरी तरह से जुट गया है।
बेटी का विवाह किसी भी अभिभावक के जीवन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है. अगर परिवार गरीब है तो उसके लिए यह जिम्मेदारी पहाड़ का बोझ उठाने जैसी हो जाती है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही ऐसे गरीब परिवार की बेटियों की शादी का जिम्मा उठा रखा है. सरकार की ओर से हर साल सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाता है. इस वर्ष भी यह आयोजन होने जा रहे हैं. योगी सरकार के द्वारा मण्डल में तकरीबन सात हजार के करीब बेटियों का कन्या दान कराए जाने की तैयारी है.
किस जिले में कितनी शादी
जिला | शादी |
अयोध्या | 1671 |
सुल्तानपुर | 1635 |
बाराबंकी | 1503 |
अम्बेडकर नगर | 1158 |
अमेठी | 1014 |
प्रत्येक शादी पर 51 हजार खर्च :यह योजना बाल विवाह रोकने में मददगार साबित हो रही है. बेटी की शादी के बोझ से निश्चिंत होने के बाद आम तौर पर उसके अभिभावक उसकी पढ़ाई पर भी ध्यान दे रहे हैं. इस तरह इससे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का भी नारा साकार हो रहा है. समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक राकेश रमन ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रति लाभार्थी 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं, जिसमें 35 हजार लाभार्थी कन्या के खाते में, 10 हजार का सामान और 6 हजार रुपये प्रति लाभार्थी आयोजन पर खर्च होता है. सामान में वर और वधु के वस्त्र, साफा, चुनरी, चांदी की पायल-बिछिया, टिन का बक्सा, बर्तन, प्रेशर कुकर जैसी रोजमर्रा की गृहस्थी के सामान भी दिए जाते हैं.