संभल: संभल एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार यहां शिवलिंग प्रकट होने का दावा किया गया है. ग्रामीण शिवलिंग की पूजा-अर्चना के साथ ही भजन-कीर्तन में जुट गए हैं. सीएम योगी से मांग की गई है कि जिस स्थान पर शिवलिंग मिला है, वहां पर सरकार की ओर से भव्य मंदिर बनवाया जाए. वहीं, शिवलिंग की पूजन-अर्चन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
कहां शिवलिंग मिलने का दावाःबता दें कि संभल जिले के रजपुरा थाना के गांव मकसूदनपुर के महावा नदी क्षेत्र में शिवलिंग प्रकट होने का दावा कुछ ग्रामीणों की ओर से किया गया. इसके बाद यहां हजारों ग्रामीण शिवलिंग की पूजा अर्चना करने पहुंच रहे हैं.
संभल में शिवलिंग की पूजा-अर्चना जारी. (video credit: etv bharat) भजन-कीर्तन शुरूः यहां पहुंच रहे ग्रामीण शिवलिंग को दूध और गंगाजल से लगातार स्नान करा रहे हैं. इसके साथ ही ग्रामीण शिव भजन भी गा रहे हैं. यहां महिलाएं भी शिव भजन गाकर महादेव की महिमा का बखान कर रहीं हैं. गांव मकसूदन पुर निवासी हरिगिरी महाराज ने बताया कि तीन गांव के बीच में महावा नदी है. उनका दावा है कि यहां तीन दिन पहले एक शिवलिंग प्रकट हुआ. इसके बाद से ही यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. संभल में कीर्तन-भजन जारी. (photo credit: etv bharat) 24 घंटे भजन-कीर्तन जारीःयहां बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंच रहे हैं. इस कारण यहां बीते 24 घंटे से भजन कीर्तन भी जारी है. ग्रामीणों और हरिगिरी महाराज की मांग है कि सीएम योगी इस स्थान पर भव्य मंदिर का निर्माण कराएं. यह लोगों की आस्था से जुड़ा मामला है. इसे सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए.
डीएम क्या बोलेःशिवलिंग के बारे में DM डॉ राजेंद्र पेंसिया का कहन है कि इसकी सूचना मिली है. SDM गुन्नौर को मौके पर भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले का पता लगाने के लिए अफसरों को लगाया है, जल्द ही पूरी स्थिति साफ होगी.
संभल पहुंचे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्षः संभल में बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष संभल पहुंचे हैं. आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने विवादित धर्म स्थल का दौरा किया. इसके साथ ही ASP और SDM से घटना को लेकर जानकारी ली. बता दें कि बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बवाल हुआ था. पथराव, फायरिंग और आगजनी में चार लोगों की मौत हुई थी जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस पूरे मामले की जांच के लिए ही राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा संभल पहुंचे हैं. उन्होंने हिंसा ग्रस्त इलाकों का जायजा लेकर यथास्थिति जानी. वह अफसरों के साथ बैठक भी कर रहे हैं.
संभल के हिंदुओं का आयोग के सामने छलका दर्द:हिंसा की जांच करने पहुंचे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष के सामने हिंदुओं का दर्द छलका उठा. शहर में अल्पसंख्यक के तौर पर रह रहे हिंदुओं ने अल्पसंख्यक का दर्जा देने की मांग की हाथों में तख्तियां लिए पहुंचे. हिंदुओं ने कहा कि हिंदुओं का उत्पीड़न बंद होना चाहिए और उन्हें अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाए. आयोग के अध्यक्ष ने उनकी बात को सुना और आश्वासन दिया. दरअसल, गुरुवार को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा संभल पहुंचे. उन्होंने शाही जामा मस्जिद का दौरा किया. इसके साथ ही हिंसा प्रभावित इलाके का भ्रमण भी किय. इसके बाद वह PWD गेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पर तमाम हिंदू समुदाय के लोग हाथों में हमें अल्पसंख्यक का दर्जा दो, हिंदुओं का उत्पीड़न बंद करो जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर खड़े थे. इस दौरान उन्होंने आयोग के अध्यक्ष के सामने अपना दर्द बया किया. हिंदुओं ने आयोग के अध्यक्ष से कहा कि संभल में मात्र 15% हिंदू आबादी है. समय-समय पर उनका उत्पीड़न होता रहता है. संभल में हुए तमाम दंगों के बाद यहां के हिंदुओं को पलायन करके जाना पड़ा. जो लोग यहां पर रह गए हैं उन्हें डर के साए के बीच रहना पड़ रहा है. हिंदुओं ने आयोग के अध्यक्ष से संभल के हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की मांग की. जिस पर आयोग के अध्यक्ष ने उनकी बात को सुना और भरोसा दिलाया.
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