लखनऊ: पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिला के मिल्कीपुर विधानसभा में उपचुनाव के लिए मतदान हुए. इसको लेकर समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया है. साथ हा सत्ताधारी पार्टी पर फर्जी मतदान कराने का भी आरोप लगाया है.
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सरकार के इशारे पर बड़े पैमाने पर धांधली, बेईमानी हुई. चुनाव आयोग से समाजवादी पार्टी ने धांधली, फर्जी वोटिंग, बूथ एजेंट्स को धमकी देने, बूथों से भगा देने की करीब 500 शिकायतें की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग को जो काम करना चाहिए, वो नहीं कर रहा है. भाजपा सरकार ने जाति के आधार पर अधिकारी कर्मचारी और बीएलओ की पोस्टिंग की. अयोध्या के एएसपी को भाजपा के लोग लखनऊ से निर्देश दे रहे थे. भाजपा चुनाव में बेईमानी करती है. मैंने अपनी कई प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि मीडिया मिल्कीपुर में जाकर देखे कि यहां किस तरह से चुनाव हो रहा है.
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है. जनता को वोट देने का अधिकार मिला हुआ है. चुनाव निष्पक्ष और भयमुक्त होना चाहिए, लेकिन भाजपा सरकार ने पुलिस प्रशासन के जरिए खुले आम धांधली की है. फर्जी वोट डलवाए. मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के लिए धमकाया गया है. शिकायतों के बाद भी चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
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अखिलेश यादव ने कहा कि फैजाबाद एसएसपी की शह पर थानाध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी के नेता प्रदीप यादव को फोन पर धमकी दी, गालियां दीं, घर जाकर पीटा. चुनाव आयोग से शिकायत की गयी, आयोग ने उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की. एसएसपी ने ही थानाध्यक्ष के जरिए समाजवादी पार्टी के नेता को पिटवाया.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मिल्कीपुर में चुनाव कराने वालों की जाति के आधार पर तैनाती की गयी. एसएसपी राजकरण नय्यर, एसडीएम मिल्कीपुर राजीव रतन सिंह, सीओ मिल्कीपुर श्रेयस त्रिपाठी, थाना इनायतनगर एसओ देवेन्द्र पाण्डेय, थाना कुमारगंज एसओ अमरजीत सिंह, थाना खंडासा संदीप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक पवन तिवारी, एडी बेसिक कौस्तुभ सिंह को तैनात किया गया.
इनायत नगर थानाध्यक्ष देवेन्द्र पाण्डेय भाजपा नेता के खास रिश्तेदार हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक ने उपचुनाव में तैनाती के लिए एक साथ सूची जारी करने के बजाय एक-एक नाम का आर्डर निकाला, जिससे चुनाव कराने वालो की जाति न पता चले. चुनाव में मतदान के दौरान कोई मंत्री वहां नहीं रुक सकता लेकिन फर्जी वोटिंग में जब एक व्यक्ति पकड़ा गया तो उसने खुद मंत्री से बात कराने की कोशिश की. सब मंत्री वहीं रुके थे.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी के X हैंडल से शिकायतें की गई, लेकिन एक भी शिकायत पर आयोग ने कार्रवाई नहीं की. मिल्कीपुर में मतदान के दौरान बूथों पर वोटों को लूटा गया. इससे पहले भी उपचुनाव में लूट हुई थी. अगर उस समय चुनाव आयोग सख्त कार्रवाई किया होता तो मिल्कीपुर में निष्पक्ष चुनाव होता. लेकिन मिल्कीपुर में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ. भाजपा सरकार बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा दिया गया अधिकार छीन रही है.
निर्वाचन आयोग निरस्त करे मिल्कीपुर चुनाव: सपा के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे ने इस चुनाव को निरस्त करने की मांग उठाई. उन्होंने जिला प्रशासन पर सरकार के दबाव में मतदान बूथों को कैप्चर करने का आरोप लगाया. अयोध्या के सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन किया गया. सरकार के दबाव में सभी अधिकारियों और पुलिस प्रशासन ने काम किया.
लोकतंत्र की हत्या की गयी. वहीं पूर्व मंत्री व विधायक तेज नारायण पाण्डेय ने कहा कि ऐसा चुनाव लड़ने से क्या फायदा है. यह लोग निष्पक्ष चुनाव नहीं होने देना चाहते हैं. निर्वाचन आयोग को यह चुनाव निरस्त कर देना चाहिए.
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