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मंगेश यादव एनकाउंटर; DGP बोले- सही थी मुठभेड़, अखिलेश ने फिर किया पलटवार, कहा- दिमाग होता तो चप्पल में न जाते मारने - Mangesh Yadav Encounter

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 12, 2024, 3:43 PM IST

सुल्तानपुर में ज्वैलर्स के यहां पड़ी डकैती और फिर मंगेश यादव के एनकाउंटर से सवालों में घिरी यूपी पुलिस आज पहली बार सभी सबूत लेकर मीडिया के सामने आई. पुलिस के आला अधिकारियों ने मंगेश के साथ अन्य आरोपियों की लूटकांड में एक-एक भूमिका को सबूत के साथ पेश किया. पुलिस की सफाई के जवाब में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी प्रेस कांफ्रेंस करे योगी सरकार को घेरा. साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए.

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मंगेश यादव एनकाउंटर मामले में बढ़ी तकरार. (Photo Credit; ETV Bharat)

लखनऊ: सुल्तानपुर में भगत जी ज्वैलर्स के यहां डकैती के बाद सुर्खियों में छाए मंगेश यादव को लेकर बवाल जारी है. सरकार और विपक्ष में बयानबाजी के बाद अब यूपी पुलिस ने इस मामले में सफाई पेश की. डीजीपी प्रशांत कुमार अपनी टीम के साथ पहली बार मीडिया के सामने आए. उन्होंने इस लूटकांड में मंगेश यादव की एक-एक भूमिका को सबूत के साथ मीडिया के सामने रखा.

यूपी पुलिस की ओर से जारी किया गया लूटकांड के फुटेज का स्क्रीन शॉट. (Photo Credit; UP Police Media Cell)

लूट के समय दुकान के अंदर था मंगेश:उन्होंने बताया कि लूट के लिए इस्तेमाल की गई बाइक मंगेश की थी. इतना ही नहीं मंगेश लूट के समय दुकान के अंदर मौजूद था. मंगेश यादव के एनकाउंटर से पहले 3 सितंबर को पुलिस उसके घर दबिश डालने गई थी. तब उसकी बहन और मां ने बताया था कि वह दो माह से मुंबई में है और तब से घर नहीं आया है.

लूट-डकैती कांड को विपिन सिंह लीड कर रहा था:एडीजी लॉ एंड ऑर्डर व एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने बताया कि सुल्तानपुर लूट को विपिन सिंह लीड कर रहा था. लूट से पहले मास्टरमाइंड विपिन सिंह, सचिन, फुरकान और अरबाज ने रेकी की थी. रेकी और लूट करने के लिए मंगेश की बाइक का इस्तेमाल हुआ था. इतना ही नहीं लूट के समय दुकान में फुरकान, मंगेश यादव, अरबाज, अंकित यादव घुसे थे.

सीसीटीवी कैमरों में दिखा विपिन सिंह:एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरडकर ने बताया कि सुल्तानपुर लूट मामले में दो बार रेकी हुई थी. 13 अगस्त को रेकी हुई थी, जिसमें सीसीटीवी कैमरों में विपिन सिंह दिखा था. लूट में जो बाइक इस्तमाल हुई थी वो जौनपुर से चोरी की गई थी. इस घटना के मास्टरमाइंड विपिन सिंह ने रायबरेली में सरेंडर किया.

विपिन सिंह ने बताया था मंगेश यादव का नाम:विपिन सिंह से पूछताछ के आधार पर दुर्गेश, विनय समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद ही मंगेश यादव का नाम सामने आया था. डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि अब तक 20 किलो चांदी और 2.4 किलो गोल्ड बरामद हुआ है. अभी फुरकान, अंकित यादव, अरबाज, अनुज प्रताप सिंह की गिरफ्तारी बाकी है.

सुल्तानपुर डकैती का पूरा सोना बरामद:डीजीपी ने बताया कि इस लूट में पूरा सोना बरामद हो चुका है. किसी भी घटना में पुलिस का उद्देश्य घटना का अनावरण करने और घटना कारित करने वाले अपराधी को पकड़ने का होता है. लेकिन जब भी अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की जाती है तब अपराधी द्वारा फायर किया जाता है.

ऐसे समय में जो पुलिस द्वारा कारित किया जाता है उस मामले में भ्रांतियां फैलाई जाती है. अब तक किसी भी मामले में यूपी पुलिस पर किसी संवैधानिक संस्था द्वारा अंगुली नहीं उठाई गई है. कई पुलिस अफ्सरों और कर्मियों ने ऑपरेशन के दौरान अपनी जान भी दी है. यूपी पुलिस राज्य की जनता की सेवा के लिए हर तरह के कार्य कर रही है.

लूट के दौरान का सीसीटीवी फुटेज. लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस करते सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव. (Video Credit; UP Police Media Cell & ETV Bharat)

यूपी पुलिस और योगी सरकार पर अखिलेश का पलटवार:यूपी पुलिस की सफाई पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर पलटवार किया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मठाधीश और माफिया में कोई फर्क नहीं होता है. योगी इस वक्त गुस्साए हुए घूम रहे हैं. जो गुस्सा करता है वह कमजोर होता है. मंगेश यादव का एसटीएफ ने चप्पल में एनकाउंटर कर दिया अगर दिमाग होता तो चप्पल में एनकाउंटर ना करते.

एसटीएफ ने चप्पल में क्यों किया एनकाउंटर:अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार में फर्जी मुठभेड़ हो रही हैं. मंगेश यादव के पास से जो बैग और कपड़े बरामद हुए थे वह बिल्कुल नए थे. मोटरसाइकिल कहां से आई थी. बैग में जो कपड़े थे वह बिल्कुल नए थे. सबसे ताज्जुब की बात यह है कि एसटीएफ ने चप्पल में एनकाउंटर कर दिया. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को एनकाउंटर की राजधानी बना दिया है. ज्यादातर एनकाउंटर PDA परिवारों के हुए हैं. अखिलेश यादव ने आगे कहा कि लूट का जो मुख्य अभियुक्त था उसका एनकाउंटर क्यों नहीं किया गया. मेरी सरकार आएगी तो सभी एनकाउंटरों की जांच कराएंगे.

भाजपा नेताओं ने सेना की जमीन पर कर लिया कब्जा:अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से अधिकारियों भाजपा नेताओ की आंखें जमीनों पर लग गई हैं. जिस जमीन पर सेना युद्धाभ्यास करती थी, जहां फायरिंग रेंज थी, वहां की जमीन पर भाजपा नेताओं ने प्लॉटिंग कर दी है. कुछ जमीन उद्योगपतियों को बेच दी गई है.

भाजपा के विधायक वेदप्रकाश गुप्ता ने जमीनों की प्लॉटिंग करवा दी है. भाजपा सरकार में नेता अधिकारी सेना की जमीन पर कब्जा कर चुके हैं. प्रॉपर्टी डीलिंग की जा रही है. कौड़ियों के दाम पर जमीन खरीद कर महंगी प्लॉटिंग की जा रही है. लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में रेलवे लाइन के प्रस्ताव को बदल दिया गया है. नए प्रस्ताव मे रेलवे ट्रैक की चपेट में 200 से ज्यादा घर मकान आ रहे हैं.

महर्षि योगी ट्रस्ट अयोध्या में कर रहा जमीनों की बंदरबांट:महर्षि योगी ट्रस्ट में अयोध्या में सरकार के प्रमुख सचिव से लेकर लेखपाल तक ने जमीन खरीद ली. महर्षि योगी ट्रस्ट अयोध्या में जमीनों की बंदरबांट करके लूट रहा है. अयोध्या में एक अभिनन्दन लोढ़ा ग्रुप आया. ग्राम तिहूरा में इन्होंने ग्राम समाज की जमीनों को अपनी बाउंड्री में कर लिया और कब्जा कर लिया.

तिहूरा, शाहनवाज पुर ग्राम के लिए भाजपा सरकार के अधिकारी पहले किसानों को आवास विकास परिषद की नोटिस भेजते हैं कि जमीन अधिग्रहण कर ली जाएगी. डर कर किसान अपनी जमीन को सस्ते दामों पर इन्हीं के अधिकारियों नेताओ उद्योगपतियों को बेच देते हैं.

अयोध्या लुटेरी योगी सरकार से त्रस्त:जब उद्योगपति और भाजपा के नेताओं ने जमीन खरीद ली तो अब सर्किट रेट बढ़ाए जा रहे हैं. जिन लोगों ने जमीन खरीदी हैं उनकी रजिस्ट्री की कॉपी फोटो के साथ हमारे पास पहुंच चुकी है. हमारी सरकार आएगी तो न सिर्फ सर्किल रेट बढ़ा करके मुआवजा दिया जाएगा बल्कि अयोध्या को वर्ल्ड क्लास सिटी भी बनाया जाएगा. अयोध्या इस लुटेरी सरकार से त्रस्त हो गई है.

मायावती के बयान पर अखिलेश का तीखा प्रहार:मायावती के बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि सपा के मुखिया ने मेरा फोन नहीं उठाया था, इसकी वजह से गठबंधन टूटा, उस पर अखिलेश ने कहा कि जब गठबंधन टूटा था तो उस वक्त मैं आजमगढ़ में एक मंच पर था. जिस पर बीएसपी और समाजवादी पार्टी के कई नेता मौजूद थे.

मेरा फोन नहीं उठाया:उस वक्त मैं खुद फोन मिलाकर पूछना चाहता था कि आखिर यह गठबंधन क्यों टूट रहा है और नीचे जो मीडिया के साथी हैं उनको हम क्या जवाब देंगे लेकिन मेरा फोन नहीं उठाया गया, तो कुछ आरोप बातें छुपाने के लिए लगाए जाते हैं.

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