लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए अब कुल 90 प्रत्याशी मैदान में हैं. नामांकन वापसी की समय सीमा समाप्त होते ही चुनावी मैदान में कौन कौन उतरे हैं ये अब स्थिति स्पष्ट हो गई है. दरअसल कुल 149 नामांकन हुए थे, नामांकन पत्रों की जांच के बाद 95 उम्मीदवार योग्य पाए गए थे. 30 अक्टूबर, नाम वापसी की अंतिम तारीख थी, जिसमें पांच प्रत्याशियों ने अपना नाम वापस ले लिया. अब इन सीटों पर 90 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा.
नाम वापसी करने वाले प्रमुख प्रत्याशी:
- मीरापुर विधानसभा से आजाद उम्मीदवार शाह मोहम्मद राणा ने नाम वापस लिया
- कुंदरकी सीट पर दो प्रत्याशी, जयवीर सिंह और बरानंद, ने अपना नाम वापस लिया
- शिक्षामऊ विधानसभा सीट से राष्ट्रवादी जनतांत्रिक पार्टी के मो. आफताब शरीफ ने नाम वापस लिया
- अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा से कृष्ण ने भी नाम वापस ले लिया
नाम वापसी के बाद मैदान में बचे उम्मीदवार (Photo Credit; ETV Bharat) बता दें कि, 4 जून को लोकसभा चुनाव 2024 के आए नतीजे में यूपी के 9 विधायक सांसद निर्वाचित हो गए थे. इसके बाद इन्होंने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. जिसके चलते ये सीटें खाली हो गईं. जबकि, कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के विधायक रहे इरफान सोलंकी को गैंगस्टर मामले में सजा हो जाने के चलते उनकी सदस्यता चली गई और ये सीट खाली हो गई. अब इन्हीं 9 सीट पर उपचुनाव होना है.
अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने थे लेकिन चुनाव आयोग ने 10 विधानसभा में से सिर्फ 9 सीटों पर ही उपचुनाव की घोषणा की थी. दरअसल आयोग ने चुनाव नहीं कराने का कारण मामला हाईकोर्ट में लंबित होना बताया. पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने अवधेश प्रसाद (मिल्कीपुर के पूर्व विधायक, अब अयोध्या सांसद) के चुनाव के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी.
हालांकी उपचुनाव का ऐलान होने के बाद पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने अपनी याचिका वापस लेने का फैसला करते हुए हाइकोर्ट पहुंचे. कहा कि, हमने उपचुनाव का रास्ता साफ करने के लिए केस वापस लेने का फैसला किया है. गोरखनाथ ने कहा है कि जब इस सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं हुई तो आश्चर्य हुआ. मैं तुरंत संगठन से मिलने लखनऊ आया और मुलाकात की. मैं चाहता हूं कि वहां चुनाव हो.
यह भी पढ़ें:यूपी उपचुनाव: 9 विधानसभा सीट पर 149 प्रत्याशियों ने किया नामांकन, 13 नवंबर को होगी वोटिंग