कानपुर: पिछले 28 सालों से भाजपा को सीसामऊ सीट पर कभी जीत नहीं मिली. इस बार सीएम योगी से लेकर सरकार व संगठन के दिग्गजों ने अपनी पूरी ताकत सीसामऊ उपचुनाव में झोंक दी. लेकिन परिणाम फिर भी नहीं बदले. सपा के गढ़ को आखिरकार भाजपा भेद नहीं सकी. सीसामऊ उपचुनाव में पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी जीत गईं. भाजपा ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए सुरेश अवस्थी को टिकट दिया था. साल 2017 में सुरेश इसी विधानसभा से हारे थे, जबकि साल 2022 में वह आर्यनगर से विधायक का चुनाव लड़कर हार चुके थे.
सीसामऊ उपचुनाव में 20 नवंबर को जब वोटिंग हुई तो कुल 271042 मतदाताओं में से 132975 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. इस तरह कुल 49.13 प्रतिशत मतदान हुआ था. चुनाव परिणाम में सपा की नसीम सोलंकी 8629 वोटों से जीत गईं. नसीम को कुल 69666 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा से सुरेश अवस्थी को 61037 वोट मिले. बसपा से वीरेंद्र कुमार क़ो 1409 वोट मिले हैं.
केवल तीसरे राउंड में 39 वोटों से पीछे हुई थीं नसीम, फिर आगे बढ़ती गईं:23 नवंबर को जब काउंटिंग शुरु हुई तो जहां पहले और दूसरे राउंड में सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी लगातार आगे थीं. वहीं, तीसरे राउंड में वह भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी से महज 39 वोटों से पीछे हो गईं. राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे उलटफेर कहा तो वहीं चौथे राउंड से लेकर लगातार आगे की वोटों की गिनती होने तक नसीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने कई राउंड तक औसतन 10 हजार से अधिक वोटों की बढ़त बनाए रखी. 12वें राउंड की गिनती पूरी होने तक नसीम 20 हजार वोटों से आगे रहीं.
सीएम योगी तीन बार आए, सुरेश खन्ना तो कानपुर में ही बने रहे:भाजपा 28 सालों बाद सीसामऊ सीट पर कमल खिला सके, इसके लिए सीएम योगी खुद कानपुर अगस्त से अक्टूबर के बीच तीन बार आए. पहले उन्होंने जीआईसी मैदान चुन्नीगंज में जनसभा की. फिर दर्शनपुरवा स्थित सेंट्रल पार्क में जनसभा की. इसके बाद बजरिया से संगीत सिनेमा चौराहा तक उन्होंने रोड शो भी किया. जबकि सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में शुमार सुरेश खन्ना तो कई दिनों तक लगातार कानपुर में बने रहे. डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने पूरा एक दिन सीसामऊ विधानसभा में बिताया. राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल, असीम अरुण, दिनेश खटीक ने वोटरों को रिझाया. हालांकि, परिणाम अपेक्षाकृत सामने नहीं आए.
कब कौन जीता
- 1991 भाजपा
- 1993 भाजपा
- 1996 भाजपा
- 2002 कांग्रेस
- 2007 कांग्रेस
- 2012 सपा
- 2017 सपा
- 2022 सपा
महिला का घर फूंकने में इरफान सोलंकी हुई है सजा:लगभग दो साल पहले कानपुर के जाजमऊ थाना क्षेत्र में जाजमऊ निवासी नजीर फातिमा ने सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी पर उनके घर को फूंकने का आरोप लगाया था. कुछ समय पहले ही इरफान सोलंकी को इस मामले में 7 साल की सजा सुना दी गई थी. इरफान पहले से ही जेल में थे. इसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई. अब इस सीट पर उपचुनाव घोषित हुए तो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी चुनाव मैदान में उतारा. प्रचार के दौरान नसीम मंदिर गईं, पूजा-अर्चना किया. पति के जेल में बंद होने के जिक्र पर वह लोगों के सामने मंच से रोईं भी. आखिरकार उनके आंसू काम आए और कानपुर की सीसामऊ के मतदाताओं ने उन्हें जिताया है.
सीएम योगी की लाल इमली चालू कराने की घोषणा भी न दिला सकी जीत
सीसामऊ उपचुनाव को लेकर जब सीएम योगी सितंबर माह में कानपुर आए थे और उन्होंने जीआईसी चुन्नीगंज में जनसभा की थी. तब मंच से कानपुर की ऐतिहासिक और सालों से बंद पड़ी लाल इमली मिल चालू करने की घोषणा कर दी थी. उपचुनाव में लाल इमली का मुद्दा बेहद अहम माना जा रहा था, वहीं वोटिंग से महज एक दो दिन पहले लाल इमली के श्रमिकों ने भी भाजपा का साथ देने का वादा किया. ऐसे में भाजपा को उम्मीद थी कि आखिर 28 सालों बाद अब सीसामऊ में कमल खिल जाएगा. मगर, जो परिणाम सामने आए, वह कुछ और रहे. इतना ही नहीं, भाजपा के दिग्गजों ने जिस बूथ प्रबंधन को सबसे मजबूत माना था, सीसामऊ उपचुनाव में वह भी फेल साबित हुआ. भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी 2017 और 2022 के बाद एक बार फिर से सीसामऊ उपचुनाव में 8629 वोटों से हार गए.