उमरिया:मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में फिर एक टाइगर की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) के बफर जोन में एक वयस्क बाघ की बिजली के जाल में फंसकर मौत हो गई. उसका शव नदी के पास जमीन में दबा मिला. बीटीआर के फील्ड डायरेक्टर अनुपम सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि, ''बांधवगढ़ रिजर्व के पनपथा रेंज में जंगली सूअरों के शिकार के लिए बिछाए गए बिजली के जाल में एक बाघ फंस गया और करंट लगने से उसकी मौत हो गई.
चार दिन पहले हुई थी मौत, सभी अंग सुरक्षित
अनुपम सहाय ने बताया कि, ''गुरुवार को इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. बाघ का शरीर पूरी तरह से सड़ चुका है. हालांकि उसके सभी अंग सही-सलामत पाए गए, जिससे पता चलता है कि यह शिकार नहीं था.'' उन्होंने कहा कि, ''बाघ की मौत तीन-चार दिन पहले हुई थी. डर के चलते शिकारियों ने बाघ के शव को सुखदास गांव के पास भादर नदी में जमीन में दफना दिया था.''
उन्होंने कहा, "दो-तीन दिन पहले गश्ती दल से मिली सूचना के आधार पर कुछ लोगों की गतिविधि के बाद हमें संदेह हुआ. जिसके बाद गुरुवार को वन विभाग डॉग स्क्वायड के साथ मौके पर पहुंचा और क्षेत्र की जांच की. जहां से बाघ का शत विक्षित शव बरामद हुआ. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार शुक्रवार को उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा.