देहरादून: उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतपाल महाराज ने हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह से मुलाकात की. यह मुलाकात दोनों राज्यों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने और बॉर्डर को जोड़ने वाली सड़कों को लेकर अहम रही. खासकर उत्तराखंड की चाईंशील (चांइशील) या चांशल घाटी को हिमाचल प्रदेश से जोड़ने को लेकर एक सकारात्मक चर्चा हुई.
देहरादून बीजापुर गेस्ट हाउस में हुई इस शिष्टाचार मुलाकात में उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बीच पर्यटन एवं मोटर मार्गों को लेकर के बेहद महत्वपूर्ण चर्चाएं हुई. बैठक में कहा गया कि दोनों प्रदेशों की भौगोलिक परिस्थितियों समान हैं. पर्यटक स्थलों और उनको ऑपरेट करने की प्रक्रिया भी लगभग समान है. ऐसे में एक दूसरे की बेहतर चीजों के साथ एक दूसरे के खराब अनुभवों से भी सीखने की जरूरत है.
खासकर बैठक में पर्यटन के मद्देनजर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर में मौजूद खूबसूरत चाईंशील घाटी और बुग्याल को लेकर चर्चा हुई. क्योंकि, यह बुग्याल हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर पर मौजूद है. ऐसे में इसे सीधे हिमाचल से जोड़ने के लिए दोनों कैबिनेट मंत्रियों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई. वहीं, इसके अलावा हिमाचल और उत्तराखंड को जोड़ने वाले पांवटानेशनल हाईवे को लेकर भी दोनों पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर के बीच चर्चा हुई.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की सीमा पर हिमालय की गोद में बसी चाईंशील घाटी उत्तरकाशी (उत्तराखंड) और शिमला (हिमाचल प्रदेश) जिले के सीमावर्ती क्षेत्र से जुड़ी हुई है. पर्यटक चाईंशील जाने के लिए उत्तराखंड के बजाय हिमाचल के रास्ते जाते हैं. साहसिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण चाईंशील घाटी में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं.