उज्जैन:महाकाल मंदिर के 4 नंबर गेट के सामने महाराजवाड़ा स्कूल की पुरानी दीवार गिरने के बाद शनिवार को प्रशासनिक अमले ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. दीवार गिरने के कारण हादसे में शुक्रवार को 2 लोगों की मौत हो गई थी और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. मलबे में रेस्क्यू टीम ने 4 लोगों को बाहर निकाला था. हादसे के बाद अब मृतक के परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
दीवार के पास से हटाया अतिक्रमण
दीवार हादसे में 2 लोगों की मौत के बाद प्रशासनिक अमले ने शनिवार को महाराजवाड़ा स्कूल की दीवार के आसपास अतिक्रमण किए लोगों को हटाया और अतिक्रमण साफ किया. नगर निगम का अतिक्रमण निरोधी दस्ता, पुलिस और प्रशासनिक अमले के साथ घटनास्थल पहुंचा और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की. इस दौरान कई लोगों ने विरोध भी किया लेकिन पुरानी दीवार पूरी तरह गिराने की आगे की कार्रवाई की समझाइश के बाद कई लोग मान गए. नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि दीवार से सटाकर सड़क किनारे लगभग 50 लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था और कई लोग दुकानें खोले थे.
परिजनों ने मांगा 50 लाख का मुआवजा
महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 4 के सामने अचानक हुए हादसे में दीवार गिरने से एक महिला और एक पुरुष की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हो गए. घायलों को तुरंत उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया था. हादसे के बाद मृतक के परिजन ने सुबह महाकाल मंदिर के बाहर चक्काजाम कर दिया और 50 लाख रुपये के मुआवजे के साथ-साथ सरकारी नौकरी की मांग की.
तेज बारिश के बावजूद परिजन का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. इसके साथ ही निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की जा रही है. एसडीएम लक्ष्मी नारायण गर्ग का कहना है कि "शासन के द्वारा जो मुआवजा तय किया गया है वह दिया जाएगा. इसके अलावा परिजन की मांग पर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा चल रही है. उस पर जिस आधार पर निर्देश दिए जाएंगे उस अनुसार उनकी मांगे पूरी की जाएंगी."
4-4 लाख का मुआवजा देने की घोषणा
हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मृतक के परिजन को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है. वहीं, उज्जैन कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले की जांच एसडीएम स्तर के अधिकारी करेंगे.