उज्जैन:देश के सबसे प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबर पिछले दिनों खूब चर्चा में रही. प्रसाद में मिलावट की खबर सामने आने के बाद देशभर में तहलका मच गया. वहीं नेताओं ने भी इस मुद्दे पर जमकर सियासत की. इसके बाद देश के कई बड़े मंदिरों के प्रसाद की जांच की गई. इसी क्रम में मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर में भी लड्डूओं की शुद्धता की जांच की गई थी. सामने आई रिपोर्ट में लड्डूओं को पूरी तरह शुद्ध घोषित किया गया है.
उज्जैन में पिछले दिनों महाकाल मंदिर के लड्डूओं की जांच कराई गई थी. जिसकी जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. जांच रिपोर्ट में महाकाल मंदिर के लड्डुओं में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियों जैसे घी, बेसन, शक्कर, इलायची, और ड्रायफ्रूट्स को पूर्ण रूप से शुद्ध और सुरक्षित पाया गया है. इस जांच में इंदौर की निजी लैब PIOUS LAB PVT LTD और भोपाल की सरकारी लैब की रिपोर्ट शामिल है. रिपोर्ट में बताया गया है कि लड्डू में कोई भी हानिकारक या अशुद्ध पदार्थ नहीं पाया गया है. सभी मानकों पर ये लड्डू खरे उतरे हैं.
फाइव स्टार हाइजीन रेटिंग
महाकाल मंदिर के लड्डुओं को पहले से ही 5 स्टार हाइजीन रेटिंग प्राप्त है. हर दिन करीब 50 क्विंटल लड्डू बनाए जाते हैं. इसके लिए 50 से अधिक लोग 10 घंटे तक काम करते हैं. फूड सेफ्टी ऑफिसर बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि 'तिरुपति विवाद के बाद एक भक्त ने लड्डू का पैकेट लाकर दिया था, जिसे इंदौर और भोपाल की लैब में भेजा गया. जांच के परिणाम में लड्डू पूरी तरह से शुद्ध पाए गए.
जांच के प्रमुख निष्कर्ष
- एडेड कलर: अनुपस्थित
- एक्स्ट्रेनियस मैटर: अनुपस्थित
- विजिबल फंगस: अनुपस्थित
- विजिबल इंसेक्ट: अनुपस्थित
- स्टार्च: अनुपस्थित
इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि महाकाल के लड्डू शुद्धता और गुणवत्ता की दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित हैं. इन्हें श्रद्धालु निःसंकोच प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकते हैं.