उज्जैन:महाकाल लोक के विस्तारीकरण परियोजना का काम आगे बढ़ गया है. शनिवार सुबह महाकाल लोक क्षेत्र में स्थित 257 मकानों को हटाने का काम शुरू हुआ. इस दौरान नगर निगम ने जेसीबी और पोकलेन की मदद से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की. शांति बनाए रखने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गया. प्रशासन का कहना है कि शाम तक सभी अतिक्रमण हटा दिया जाएगा. अधिकांश लोगों ने पहले ही घर खाली कर दिए.
एक दिन पहले मकान खाली करने के नोटिस चस्पा किए
उज्जैन नगर निगम की 6 जेसीबी और 6 पोकलेन अतिक्रमण हटाने के काम में जुटी हैं. कार्रवाई करने के लिए शुक्रवार रात से ही इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था. शुक्रवार शाम को नगर निगम के साथ जिला प्रशासन ने सभी मकान मालिकों को नोटिस जारी कर घर खाली करने के निर्देश दिए. इसके बाद इलाके में अनाउंसमेंट भी करवाया गया. कई लोगों ने नोटिस के बाद अपने मकान खाली कर दिए. एनाउंसमेंट के बाद इलाके में पुलिस और निगम कर्मियों की टीमें तैनात हो गईं.
महाकाल लोक क्षेत्र में गरजे बुलडोजर, अवैध मकान ढहाए (ETV BHARAT) महाकाल मंदिर के 500 मीटर के एरिया में हो गया था अतिक्रमण
अतिक्रमण हटाने में जेसीबी व पोकलेन की मदद से नगर निगम के 50 से अधिक कर्मचारियों की तैनाती की गई है. शुक्रवार रात जैसे ही नगर निगम की जेसीबी व पोकलेन क्षेत्र में तैनात हुई तो लोग समझ गए कि सुबह कार्रवाई होना तय है. प्रशासन का कहना है कि महाकाल मंदिर के 500 मीटर दायरे में ये जमीन आती है. इस क्षेत्र को महाकाल मंदिर व महाकाल लोक के विस्तारीकरण योजना के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है. इस मामले में एडीएम अनुकूल जैनका कहना है "महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण योजना के तहत अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं." एडिशनल एसपी नितेश भार्गवका कहना है "किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल तैनात किया है."
महाकाल लोक क्षेत्र में इन मकानों को हटाया जाएगा (ETV BHARAT) कैसा है उज्जैन का महाकाल लोक
बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर प्रांगण से ही सटा है भव्य महाकाल लोक. 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था. महाकाल लोक बेहद भव्य और आकर्षक है. रात्रि के समय यहां लाइटिंग में महाकाल लोक का स्वरूप और निखर कर सामने आ जाता है. यहां भगवान शिव की पौराणिक कहानियों पर आधारित भव्य प्रतिमाएं हैं. महाकाल लोक में महाकाल पथ भी बेहद आकर्षक है. यहां से 500 मीटर लंबा एक गलियारा है जो सीधा महाकालेश्वर मंदिर तक पहुंचता है. इस पथ में कई पेड़ और आकर्षक प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं. महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है.