इंदौर: रीगल ब्रिज में दरार और धंसने से संबंधित एक खबर बीते दिन सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थी. इस पोस्ट में दावा किया गया था कि रीगल से पालिका प्लाजा जाने वाले रास्ते पर ब्रिज का एक हिस्सा धंस गया है. जिससे ब्रिज के गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया है. इस खबर के वायरल होने के बाद इसकी जानकारी इंदौर कलेक्टर और महापौर को मिली. जिसके बाद कलेक्टर और महापौर ने मौके पर पहुंच कर इसकी जांच की.
7 सदस्यीय टीम का किया गया गठन
इंदौर शहर के मुख्य ब्रिज के धंसने की वायरल खबर के बाद 7 सदस्यीय टीम का गठन किया गया. जिसमें रिटायर्ड इंजीनियर और प्रोफेसर भी शामिल थे. इस टीम ने ब्रिज का निरीक्षण किया और जांच के बाद यह स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट भ्रामक है. नगर निगम अधीक्षण यंत्री डीआर लोधी ने बताया कि "2 दिन हमलोगों ने ब्रिज का निरीक्षण किया. जिसमें कहीं भी दिक्कत नहीं पाई गई. लेकिन फिर से सोशल मीडिया पर खबर फैलाई गई तो हमने टीम गठित कर इसकी जांच कराई है. ब्रिज फिलहाल इस्तेमाल के लिए उपयुक्त है."
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5 अन्य ब्रिज के भी सर्वे का आदेश
रिटायर्ड प्रोफेसर व जियोलॉजिस्ट सिद्धार्थ सोनी ने बताया कि "पूरी टीम ने जांच की है. ब्रिज में कहीं भी किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. थोड़ा-बहुत सेटलमेंट होना नॉर्मल है. इससे जनहानि की कोई आशंका नहीं है." वहीं, इसके साथ ही महापौर ने इंदौर शहर के पुराने 5 अन्य ब्रिजों के भी सर्वे करने का आदेश दिया है.