गया: बिहार के गया में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इसमें एक सीट इमामगंज विधानसभा नक्सल प्रभावित इलाका है. यह विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद की सीमा से सटा हुआ है.
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी चुनाव के समय बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश में लगे रहते हैं. इसी बीच गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती इलाके में दो शक्तिशाली आईईडी बरामद हुआ है. इस आईईडी को नक्सलियों ने जमीन के अंदर प्लांट किया था.
नक्सलियों ने प्लांट किया प्रेशर आईईडी:बताया जा रहा है कि गया- औरंगाबाद की सीमा पर पचरुखिया के पहाड़ी इलाके से सुरक्षा बलों ने दो शक्तिशाली आईईडी की बारामद किया है. नक्सलियों ने बड़ी वारदात की मंशा से जमीन के अंदर आईईडी को प्लांट किया था. उनकी गतिविधियों की जानकारी के बाद गया और औरंगाबाद की सुरक्षा बलों की टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया और दो शक्तिशाली आईईडी बरामद किया.
पांच किलो से ज्यादा के आईईडी: सुरक्षा बलों के एक अधिकारी ने बताया कि गया के कोबरा 205 बटालियन के सहायक समादेष्टा धीरेंद्र पाठक के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जिसमें औरंगाबाद के मदनपुर थाना की पुलिस और सुरक्षा बलों को मिलाकर गया -औरंगाबाद के सीमावर्ती क्षेत्र में सर्च किया गया. इस दौरान पचरुखिया के पहाड़ी से सटे इलाके से दो आईईडी बरामद किया गया है. इसे नक्सलियों द्वारा प्लांट किया गया था. दोनों ही आईडी शक्तिशाली है, जिनका वजन 6-6 किलोग्राम है.
दूर तक गूंजी आईईडी की आवाज: नक्सली चुनावी समय में अपनी गतिविधियां तेज करने की फिराक में रहते है. चुनाव के समय में नक्सलियों के द्वारा वोट बहिष्कार का पर्चा भी छोड़ा जाता है. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव को प्रभावित करने की मंशा से नक्सलियों ने दो शक्तिशाली आईईडी को प्लांट किया था. फिलहाल दोनों आईडी को बरामद कर डिफ्यूज किया गया है. वहीं डिफ्यूज के दौरान काफी दूर तक विस्फोट की आवाज सुनी गई, जिससे कई गांव के लोग थर्रा गए. इस सफलता ने नक्सलियों के नापाक साजिश पर पानी फेर दिया है.