पुणे: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में 15 अक्टूबर से लागू आदर्श आचार संहिता के बीच पुणे ग्रामीण पुलिस ने सोमवार को 5 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की. इसकी जांच पड़ताल जारी है. इस बीच यूबीटी गुट के नेता संजय राउत ने इस मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. संजय राउत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा, 'मिंधे ने प्रत्येक विधायक को 75 करोड़ रुपये भेजे हैं और यह 15 करोड़ रुपये की पहली किस्त है.'
अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पुलिस सभी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रख रही है. इस बीच पुलिस मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर खेड़-शिवपुर प्लाजा पर वाहनों की जांच कर रही थी. तभी एक कार संदिग्ध नजर आई. कार की तलाशी ली गई. इस दौरान कार से बेहिसाब नकदी जब्त की गई. कार में सवार लोगों से नकदी के बारे में पूछताछ की गई लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया. इसके बाद पुलिस ने बेहिसाब नकदी को जब्त कर लिया और इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी.
पुणे ग्रामीण पुलिस अधिकारी ने कहा, 'नाकाबंदी के दौरान सतारा की ओर जा रही एक कार को रोका गया. तलाशी में वाहन में सवार चार लोगों से 5 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई. पुलिस और जिला चुनाव अधिकारी पैसे की जांच में जुटे हैं. नकदी के स्रोत और अन्य विवरणों की जांच चल रही है.'
इस मामले के सामने आने के बाद यूबीटी गुट के नेता संजय राउत ने इस मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. संजय राउत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा, 'मिंधे ने प्रत्येक विधायक को 75 करोड़ रुपये भेजे हैं और यह 15 करोड़ रुपये की पहली किस्त है.' आगामी विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है.
विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने कई जगहों पर नाकाबंदी शुरू कर दी है. इसी तरह बीती रात राजगढ़ थाने की नाकाबंदी के दौरान 15 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई. इस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी है और कहा जा रहा है कि यह कार सत्ताधारी पार्टी के विधायक की है. पुलिस ने चुनाव अधिकारियों के पास चल रही जांच के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.