देहरादून:उत्तराखंड में रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसे में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई लगातार जारी है. यही वजह है कि आए दिन कहीं न कहीं से घूसखोर अधिकारी या कर्मचारी गिरफ्तार हो रहे हैं. बीती 48 घंटे के भीतर विजिलेंस ने पौड़ी और चमोली जिले से दो रिश्वतखोरों को रंगे हाथ दबोचा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस पैमाने पर रिश्वतखोरी का खेल चल रहा है. उधर, रिश्वतखोरी के मामले को लेकर सीएम धानी ने सख्त रुख अपनाते हुए कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है.
पौड़ी में रिश्वतखोर राजस्व निरीक्षक ₹15 हजार की घूस लेते धरा:बीती 5 अक्टूबर को विजिलेंस की टीम ने पौड़ी जिले के अगरोडा में तैनात राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी) को 15 हजार रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथों दबोचा था. इस मामले के तहत खातेदार (शिकायतकर्ता) अपने पिता के नाम दर्ज जमीन के सीमांकन और उसकी आख्या बनाने के लिए पटवारी के पास पहुंचा था, लेकिन आरोपी राजस्व उपनिरीक्षक काम करवाने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था.
ऐसे में खातेदार ने इसकी शिकायत विजिलेंस से कर दी. जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाकर अगरोड़ा के राजस्व उपनिरीक्षक कैलाश रवि को घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. उधर, पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान का कहना है कि विजिलेंस की जांच के बाद राजस्व निरीक्षक पर विभागीय जांच भी की जा रही है.
कर्णप्रयाग में आबकारी निरीक्षक ₹30 हजार की घूस लेते गिरफ्तार: वहीं, पौड़ी के बाद 6 अक्टूबर को चमोली जिले के कर्णप्रयाग क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक जयवीर सिंह को भी विजिलेंस की टीम ने 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में पीड़ित ने विजिलेंस से शिकायत की थी कि उसकी गैरसैंण में अंग्रेजी शराब की दुकान है. जबकि, उनकी एक सब दुकान बोईताल में है, जिसे उसका पार्टनर चला रहा है.