जींद:हरियाणा के जींद में गांव आसन में पुरानी रंजिश के चलते दो पक्षों में शुक्रवार हुए झगड़े में बलबीर पर ईंटों से हमला कर घायल कर दिया था. जिसकी शनिवार को पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. इसमें परिवार के पांच अन्य सदस्य भी घायल हो गए थे. परिजनों ने रविवार दोपहर को हत्यारोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लघु सचिवालय के बाहर शव रखकर धरना शुरू किया था. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया. परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक दाह संस्कार नहीं किया जाएगा. हालांकि पुलिस ने हत्या के आरोप में 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
क्या है पूरा मामला:आसन गांव निवासी लालाराम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह एक वर्ष पहले उनका झगड़ा पड़ोस में रहने वाले रामकुश परिवार के साथ हुआ था. इसके बाद समझौता हो गया था. इसी रंजिश के चलते शुक्रवार को रामकुश व उसके परिवार के सदस्यों ने लाठी व डंडों से हमला कर दिया. झगड़े का शोर सुनकर उनके परिवार के सदस्य मौके पर पहुंच गए. इस दौरान सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देकर अपने मकानों की छत पर चढ़ गए. जहां से सभी ने ईंटें बरसा कर हमला किया. हमले में वह सभी घायल हो गए. जहां से घायलों को शहर के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया. छत से मारी गई ईंटों के कारण उसकी भाई बलबीर को अस्पताल से रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया. जहां पर बलबीर की उपचार के दौरान मौत हुई थी.
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग:रविवार को मृतक के परिजन ईश्वर सिंह व अन्य ग्रामीणों के साथ शव को लेकर लघु सचिवालय पहुंच गए. जहां पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. सूचना मिलने पर डीएसपी रोहताश ढुल मौके पर पहुंचे. इस दौरान परिजनों को काफी देर तक आरोपियों को गिरफ्तार कर जल्दी जेल भेजने का आश्वासन दिया. लेकिन परिजन नहीं माने. बाद में सायं के समय परिजनों ने पुलिस को 12 घंटे का अल्टीमेटम देकर शव उठाया. परिजनों ने कहा कि अगर 12 घंटे में आरोपित गिरफ्तार नहीं होती तो वह शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. सोमवार को फिर से लघु सचिवालय के बाहर शव रखकर धरना देंगे.