कुल्लू:भारतीयसेना के लिए महत्वपूर्ण मनाली-लेह सड़क मार्ग पर सफर अब और आसान होने वाला है. मनाली-लेह सड़क मार्ग के शिंकुला दर्रे पर अब सीमा सड़क संगठन द्वारा टनल का निर्माण किया जा रहा है. जून माह के अंत तक इस टनल का कार्य शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में इस टनल के बनने से सेना के गाड़ियों की आवाजाही 12 महीने हो सकेगी और सेना देश की सरहदों पर भी आसानी से पहुंच पाएगी. बीआरओ द्वारा टनल निर्माण के लिए टेंडर भी कर दिए गए हैं और इस टनल निर्माण पर ₹1500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी. इस टनल के बनने से मनाली-दारचा-लेह वाया शिंकुला-पदुम और निम्मू मार्ग में 12 महीने सेना की गाड़ियों की आवाजाही चालू रहेगी.
पाक और चीन सीमा तक पहुंच होगी आसान: समुद्र तल से 16,580 फीट ऊंचे शिंकुला दर्रे को भेदकर बन रही टनल से पाक और चीन सीमा तक भारतीय सेना की पहुंच आसान होगी. टनल बनने से मनाली-कारगिल और मनाली-लेह सामरिक मार्ग के बीच 12 महीने सेना के साथ आम लोगों और पर्यटक वाहनों की आवाजाही होगी. अभी तक सेना की गाड़ियों को मनाली से लेह वाया सरचू करीब 17 घंटे का समय लगता है. लेकिन शिंकुला टनल होकर पाक और चीन बॉर्डर तक पहुंचने में 10 घंटे से भी कम समय लगेगा. वहीं, कारगिल, सियाचिन और एलओसी तक भारी मशीनरी को आसानी से पहुंचाया जा सकेगा.
जून माह के अंत शुरू हो जाएगा टनल का काम: सीमा सड़क संगठन की योजक परियोजना के निदेशक कर्नल विकास गुलिया ने बताया कि जून माह के अंत से शिंकुला टनल का काम शुरू किया जाएगा और तीन साल में इसे तैयार करने का लक्ष्य है. इससे मनाली से लेह सड़क की दूरी काफी कम होगी.