रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान मदमहेश्वर तथा तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बन्द होने तथा चल विग्रह उत्सव डोलियों के धामों से शीतकालीन गद्दी स्थलों के लिए रवाना होने की तिथि कल विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थलों में पंचाग गणना के अनुसार विद्वान आचार्यों, मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, अधिकारियों व हक - हकूकधारियो की मौजूदगी में घोषित की जायेगी.
मन्दिर समिति प्रशासनिक अधिकारी रमेश नेगी ने बताया द्वादश ज्योर्तिलिंगों में अग्रणी भगवान केदारनाथ के कपाट युगों से चली परम्परा के अनुसार प्रतिवर्ष भैय्या दूज पर्व पर शीतकाल के लिए बन्द होते हैं. इस वर्ष ये तिथि आगामी 3 नवम्बर को है, मगर भगवान केदारनाथ के कपाट बन्द होने का समय व लगन कल विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की जायेगी. उन्होंने बताया द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान मदमहेश्वर के कपाट बन्द होने तथा चल विग्रह उत्सव डोली के धाम से शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन की तिथि कल विजय दशमी पर्व पर पंचाग गणना के अनुसार शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर में घोषित की जायेगी.