जयपुर. कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थामने की चर्चा के बीच महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने कांग्रेस को लेकर जो बयान दिया है. उससे राजस्थान की राजनीति में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने महेंद्रजीत सिंह मालवीय के बयान पर पलटवार किया और भाजपा पर भी निशाना साधा है. विधानसभा में मीडिया से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा बोले, वे (महेंद्रजीत सिंह) भाजपा में जा रहे हैं या नहीं जा रहे. इसकी खबर आ जाएगी. कोई जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. किस उद्देश्य को लेकर जा रहे हैं, किस दबाव में जा रहे हैं. किस लालच में जा रहे हैं. समय आने पर खुलासा हो जाएगा.
आज कहते हैं मेरी मां (पार्टी) गद्दार निकली: डोटासरा बोले, कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करके, कांग्रेस को मां कहकर सांसद बने, पांच बार विधायक बने. खुद मंत्री और पत्नी जिला प्रमुख बनी. आज इस उम्र में जाकर वो ये कह रहे हैं कि मेरी मां गद्दार निकली. इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता है. राजनीति में जो गिरावट आ रही है. उसका एक नमूना सामने है. अगर वो इस तरह की हरकत करते हैं.
कांग्रेस को नहीं मालवीय को होगा नुकसान: मालवीय के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को नुकसान के सवाल पर डोटासरा ने कहा, कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में इससे कोई झटका नहीं लगेगा. अगर वो भाजपा में जाकर लोकसभा का चुनाव लड़ते हैं तो मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि वो लोकसभा में नहीं जा पाएंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा अब भाजपा मुक्त हो रही है. जब वो कांग्रेस के लोगों को ले रहे हैं, तो भाजपा के लोग कहां जाएंगे. उनका मिशन है कि भाजपा की जो मूल विचारधारा है. उनके लोगों को और लीडरशिप को खत्म किया जाए. केवल पीएम मोदी दिखे उनके अलावा कुछ नहीं दिखे. इसी मिशन के तहत वे यह काम कर रहे हैं.
370 सीट का दावा दंभ के अलावा कुछ नहीं: अन्य नेताओं के पार्टी छोड़ने की चर्चा के सवाल पर डोटासरा बोले, ये कुछ भी कर लें, कोई नहीं जा रहा है. ये सब अफवाह फैलाकर इस तरह का वातावरण बना रहे हैं. इससे लगता है कि भाजपा-एनडीए की सरकार अबकी बार नहीं बनती दिख रही है. इसलिए इनमें बौखलाहट है. प्रधानमंत्री जो 370 सीट का दावा कर रहे थे. वो दंभ की बात है. उसमें कोई दम नहीं है. अबकी बार दिल्ली में एनडीए सरकार नहीं आ रही है. उस बौखलाहट में इस तरह से डरा-धमकाकर अपना पाला बदलवा रहे हैं. इसमें वो कामयाब नहीं होंगे. दिल्ली में INDIA अलायंस की सरकार बनेगी.