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भरतपुर में मेगा फ्लावर शो: दुर्लभ कैक्टस के अनोखे संसार ने मोहा मन, 23 साल तक पुराने पौधों की कीमत बनी आकर्षण - BHARATPUR FLOWER SHOW

भरतपुर के मेगा फ्लावर शो में 500 से ज्यादा प्रजाति के दुर्लभ कैक्टस प्रदर्शित किए गए, जिनमें से कुछ तो 23 साल तक पुराने हैं.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
भरतपुर में मेगा फ्लावर शो. (ETV Bharat gfx)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 8, 2025, 3:38 PM IST

भरतपुर : शहर के शास्त्री पार्क में चल रहे तीन दिवसीय मेगा फ्लावर शो में रंग-बिरंगे फूलों और अनोखे पौधों का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. इस भव्य आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण बना है दुर्लभ कैक्टस का संसार. इस फ्लावर शों में 500 से अधिक दुर्लभ प्रजातियों के कैक्टस मौजूद हैं, जिनमें कुछ तो 23 साल तक पुराने हैं और उनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों तक पहुंच रही है. ये कैक्टस के पौधे लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं. इनमें से कई कैक्टस अफ्रीका और मैक्सिको जैसे दूर-दराज के देशों से आए हैं, जबकि कुछ भारत में ही उगाए गए हैं. यह फ्लावर शो सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अनोखा अनुभव बन गया है, जहां वे इन रेयर कैक्टस की खूबसूरती और देखभाल के रहस्यों से रूबरू हो रहे हैं.

500 से अधिक दुर्लभ कैक्टस बने लोगों का आकर्षण : फ्लावर शो में राजेश दीक्षित द्वारा प्रदर्शित किए गए 500 से अधिक प्रजातियों के कैक्टस लोगों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बने हुए हैं. इनमें कुछ कैक्टस ऐसे हैं जो 23 साल तक पुराने हैं और उनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों तक है. राजेश दीक्षित ने बताया कि वे वर्षों से कैक्टस के पौधों का पालन-पोषण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कैक्टस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं और इनका रखरखाव आसान होता है, लेकिन सही मिट्टी और पोषण का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. उनका कहना है कि उन्होंने अपने घर के गार्डन में सैकड़ों दुर्लभ कैक्टस संजोए हैं, जिनमें से कई को इस शो में प्रदर्शित किया गया है.

भरतपुर फ्लावर शो में दुर्लभ कैक्टस की प्रदर्शनी (ETV Bharat Bharatpur)

इसे भी पढ़ें- गुलदाउदी की महक से गुलजार हुआ राजस्थान विश्वविद्यालय कैंपस, डिप्टी सीएम ने फ्लावर शो का किया उद्घाटन

कैक्टस की देखभाल और रखरखाव : राजेश दीक्षित ने बताया कि कैक्टस की देखभाल अन्य पौधों की तुलना में आसान होती है, लेकिन इसके लिए सही तकनीक अपनाना आवश्यक होता है. उन्होंने बताया कि सर्दियों में कैक्टस को डेढ़ माह में एक बार पानी देना पर्याप्त होता है, जबकि गर्मियों में इसे सप्ताह में एक बार पानी देना चाहिए. मिट्टी का सही मिश्रण तैयार करना भी कैक्टस के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके लिए विशेष प्रकार का खाद और मिट्टी का उपयोग किया जाता है, जिसमें निम्नलिखित सामग्री मिलाई जाती है.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
कैक्टस उगाने के टिप्स (ETV Bharat GFX)
  • सिंडर– यह मिट्टी को हल्का और हवादार बनाए रखने में मदद करता है.
  • लीफ कंपोस्ट– पौधों को पोषण देने के लिए यह आवश्यक होता है.
  • बोन मील– जड़ों की मजबूती और अच्छे विकास के लिए यह उपयोगी होता है.
  • बजरी और हल्की रोड़ी (किनकी)– यह मिश्रण जल निकासी को बेहतर बनाता है, जिससे जड़ों में सड़न की समस्या नहीं होती.

इसे भी पढ़ें- इस प्रकार से फायदेमंद हो सकते हैं इडेबल फ्लावर, जानिए इनकी खासियत - Edible flowers

सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत : राजेश दीक्षित का मानना है कि कैक्टस की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ रही है. शहरी जीवन में कम जगह और समय की उपलब्धता को देखते हुए लोग ऐसे पौधों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिन्हें अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती. कैक्टस न केवल घर की सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभदायक होते हैं. इसके अलावा कैक्टस को वास्तु और फेंगशुई में भी सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इसे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है. यही कारण है कि अब लोग इन्हें अपने घरों और ऑफिस में सजाने लगे हैं.

कैक्टस उगाने के टिप्स
कैक्टस की दुर्लभ प्रजातियां (ETV Bharat GFX)

फ्लावर शो का भव्य उद्घाटन : फ्लावर शो का उद्घाटन जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने किया. इस अवसर पर उन्होंने शो में प्रदर्शित विभिन्न प्रजातियों के फूलों और पौधों को नजदीक से देखा और इसकी भव्यता की सराहना की. कार्यक्रम के दौरान हरित बृज सोसायटी की पूरी टीम उपस्थित रही, जिसमें अध्यक्ष डॉ. अशोक पाराशर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विष्णु कुमार शर्मा, सचिव सतेंद्र यादव, संयोजक विकास मित्तल और डॉ. संगीता चतुर्वेदी आदि शामिल थे. सभी ने इस आयोजन की सफलता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
मेले में प्रदर्शित कैक्टस के पौधे. (ETV Bharat bharatpur)

इसे भी पढ़ें- 10 हजार गमलों में सजेंगे 200 प्रजाति के फूल, 50 हजार का कैक्टस बनेगा आकर्षण का केंद्र

भरतपुर में चल रहा यह मेगा फ्लावर शो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर है, जहां वे दुर्लभ कैक्टस और खूबसूरत फूलों को करीब से देख सकते हैं. यह न केवल एक प्रदर्शनी है, बल्कि लोगों को प्रकृति से जोड़ने और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का बेहतरीन माध्यम भी है.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
कैक्टस के पौधे दिखाते राजेश दीक्षित. (ETV Bharat bharatpur)

भरतपुर : शहर के शास्त्री पार्क में चल रहे तीन दिवसीय मेगा फ्लावर शो में रंग-बिरंगे फूलों और अनोखे पौधों का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. इस भव्य आयोजन का सबसे बड़ा आकर्षण बना है दुर्लभ कैक्टस का संसार. इस फ्लावर शों में 500 से अधिक दुर्लभ प्रजातियों के कैक्टस मौजूद हैं, जिनमें कुछ तो 23 साल तक पुराने हैं और उनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों तक पहुंच रही है. ये कैक्टस के पौधे लोगों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं. इनमें से कई कैक्टस अफ्रीका और मैक्सिको जैसे दूर-दराज के देशों से आए हैं, जबकि कुछ भारत में ही उगाए गए हैं. यह फ्लावर शो सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अनोखा अनुभव बन गया है, जहां वे इन रेयर कैक्टस की खूबसूरती और देखभाल के रहस्यों से रूबरू हो रहे हैं.

500 से अधिक दुर्लभ कैक्टस बने लोगों का आकर्षण : फ्लावर शो में राजेश दीक्षित द्वारा प्रदर्शित किए गए 500 से अधिक प्रजातियों के कैक्टस लोगों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बने हुए हैं. इनमें कुछ कैक्टस ऐसे हैं जो 23 साल तक पुराने हैं और उनकी कीमत हजारों से लेकर लाखों तक है. राजेश दीक्षित ने बताया कि वे वर्षों से कैक्टस के पौधों का पालन-पोषण कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कैक्टस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये कम पानी में भी जीवित रह सकते हैं और इनका रखरखाव आसान होता है, लेकिन सही मिट्टी और पोषण का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. उनका कहना है कि उन्होंने अपने घर के गार्डन में सैकड़ों दुर्लभ कैक्टस संजोए हैं, जिनमें से कई को इस शो में प्रदर्शित किया गया है.

भरतपुर फ्लावर शो में दुर्लभ कैक्टस की प्रदर्शनी (ETV Bharat Bharatpur)

इसे भी पढ़ें- गुलदाउदी की महक से गुलजार हुआ राजस्थान विश्वविद्यालय कैंपस, डिप्टी सीएम ने फ्लावर शो का किया उद्घाटन

कैक्टस की देखभाल और रखरखाव : राजेश दीक्षित ने बताया कि कैक्टस की देखभाल अन्य पौधों की तुलना में आसान होती है, लेकिन इसके लिए सही तकनीक अपनाना आवश्यक होता है. उन्होंने बताया कि सर्दियों में कैक्टस को डेढ़ माह में एक बार पानी देना पर्याप्त होता है, जबकि गर्मियों में इसे सप्ताह में एक बार पानी देना चाहिए. मिट्टी का सही मिश्रण तैयार करना भी कैक्टस के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके लिए विशेष प्रकार का खाद और मिट्टी का उपयोग किया जाता है, जिसमें निम्नलिखित सामग्री मिलाई जाती है.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
कैक्टस उगाने के टिप्स (ETV Bharat GFX)
  • सिंडर– यह मिट्टी को हल्का और हवादार बनाए रखने में मदद करता है.
  • लीफ कंपोस्ट– पौधों को पोषण देने के लिए यह आवश्यक होता है.
  • बोन मील– जड़ों की मजबूती और अच्छे विकास के लिए यह उपयोगी होता है.
  • बजरी और हल्की रोड़ी (किनकी)– यह मिश्रण जल निकासी को बेहतर बनाता है, जिससे जड़ों में सड़न की समस्या नहीं होती.

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सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत : राजेश दीक्षित का मानना है कि कैक्टस की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ रही है. शहरी जीवन में कम जगह और समय की उपलब्धता को देखते हुए लोग ऐसे पौधों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिन्हें अधिक देखभाल की आवश्यकता नहीं होती. कैक्टस न केवल घर की सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभदायक होते हैं. इसके अलावा कैक्टस को वास्तु और फेंगशुई में भी सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इसे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है. यही कारण है कि अब लोग इन्हें अपने घरों और ऑफिस में सजाने लगे हैं.

कैक्टस उगाने के टिप्स
कैक्टस की दुर्लभ प्रजातियां (ETV Bharat GFX)

फ्लावर शो का भव्य उद्घाटन : फ्लावर शो का उद्घाटन जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव ने किया. इस अवसर पर उन्होंने शो में प्रदर्शित विभिन्न प्रजातियों के फूलों और पौधों को नजदीक से देखा और इसकी भव्यता की सराहना की. कार्यक्रम के दौरान हरित बृज सोसायटी की पूरी टीम उपस्थित रही, जिसमें अध्यक्ष डॉ. अशोक पाराशर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विष्णु कुमार शर्मा, सचिव सतेंद्र यादव, संयोजक विकास मित्तल और डॉ. संगीता चतुर्वेदी आदि शामिल थे. सभी ने इस आयोजन की सफलता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों की सराहना की.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
मेले में प्रदर्शित कैक्टस के पौधे. (ETV Bharat bharatpur)

इसे भी पढ़ें- 10 हजार गमलों में सजेंगे 200 प्रजाति के फूल, 50 हजार का कैक्टस बनेगा आकर्षण का केंद्र

भरतपुर में चल रहा यह मेगा फ्लावर शो प्रकृति प्रेमियों के लिए एक शानदार अवसर है, जहां वे दुर्लभ कैक्टस और खूबसूरत फूलों को करीब से देख सकते हैं. यह न केवल एक प्रदर्शनी है, बल्कि लोगों को प्रकृति से जोड़ने और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का बेहतरीन माध्यम भी है.

भरतपुर में मेगा फ्लावर शो
कैक्टस के पौधे दिखाते राजेश दीक्षित. (ETV Bharat bharatpur)
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