सीकर. राजस्थान के सीकर स्थित शेखावाटी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने संदेह जताते हुए आरोप लगाया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि "प्रदेश में युवाओ के सपने चूर चूर करने में लगी भाजपा सरकार ने शेखावाटी विश्वविद्यालय की भर्ती परीक्षा में पेपर लीक की खबर के साथ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मामले को संज्ञान में लेते हुए युवाओं के साथ न्याय करने की मांग की है". वहीं, शेखावाटी विश्वविद्यालय में भर्ती परीक्षाओं को लेकर लग रहे आरोप को लेकर परीक्षा नियंत्रक अरिंदम बासु से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो सकी.
नेता प्रतिपक्ष ने सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में लिखा है कि "पूर्व से इस परीक्षा परसंदेह व्यक्त किया गया था, लेकिन सरकार और उनके नुमाइंदे एवं जिम्मेदार मौन रहे. अब ख़ुद आरएसएस के स्वयंसेवक एवं ABVP के पूर्व जिला संयोजक डॉ. सज्जन कुमार सैनी खुद थे परीक्षार्थी. उन्होंने खुद ने परीक्षा सेंटर पर अनियमितताओं, सील खुला पेपर मिलने एवं पेपर चोरी में कुलपति संलिप्तता का आरोप लगाया है. पूरी भर्ती प्रक्रिया पहले से ही संदेहास्पद है". उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा है कि "मैं मुख्यमंत्री भजनलाल से निवेदन करता हूं कि आप मामले में संज्ञान लें एवं युवाओं के साथ न्याय करें".
दरअसल, परीक्षा को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें निर्धारित समय 9 बजे तक पेपर नहीं दिया गया. इसके बाद उन्हें गलत विषय का पेपर दे दिया गया. सूचना देने के बाद पेपर वापस ले लिया गया. उनका आरोप है कि परीक्षा देने आए कुछ विद्यार्थियों ने उन्हें खुला पेपर देने का भी आरोप लगाया. साथ ही अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. अभ्यर्थी सज्जन कुमार ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखते हुए मांग है कि उन्हें खुला पेपर दिया गया तथा साथ ही निर्धारित समय 9:00 बजे उन्हें पेपर वितरित नहीं किया गया. पत्र में उन्होंने लिखा है कि वह कॉमर्स विषय के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा देने के लिए सीकर स्थित स्कूल पहुंचे.