भीलवाड़ा: प्रदेश के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने मंगलवार को भगवान श्री देवनारायण के दर्शन के बाद प्रेस से मुखातिब होते हुए बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन विरोधी बिल इसलिए लाया गया कि कुछ शक्तियां प्रलोभन देकर गरीब लोगों को दिशा भटकाने का काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि ईआरसीपी के मामले में गोविंद सिंह डोटासरा सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. जबकि हमारी सरकार ने ढाई माह में ही इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया. वहीं उन्होंने गुर्जर समाज को एकजुट रखने के लिए कमल के पुष्प और देवनारायण का नाता बताया.
बेढम आज आसींद उपखंड क्षेत्र में स्थित सवाई भोज मंदिर पहुंचे, जहां भगवान श्री देवनारायण के 1113वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान सुरेश दास जी महाराज से आशीर्वाद लिया. यहां आमजन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा के माण्डल कस्बे में वर्षों से देवनारायण मंदिर है. मांडल कस्बे में स्थित देवनारायण मंदिर के ताले खोलने की सरकार की पूरी मंशा है. कानून सम्मत कारवाई कर मंदिर को खोला जाएगा. मैंने भी ताला खोलकर दर्शन किए थे. किसी को भी शांतिभंग करने की आवश्यकता नहीं है. देवनारायण भगवान की जिस दिन कृपा होगी, उसी दिन सरकार द्वारा ताला खोला जाएगा.
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उन्होंने गुर्जर समाज को साधने की कोशिश करते हुए कहा कि भगवान श्री देवनारायण का अवतार भी कमल के पुष्प से हुआ है. ऐसे में हमारे समाज का कमल के पुष्प से गहरा नाता है. देवनारायण का अवतार कमल के पुष्प पर होने से कमल की सुरक्षा करना भी आप सबका दायित्व बनता है. बीच-बीच में कभी-कभी गड़बड़ होती है, लेकिन अब हमें कमल के फूल को टेढ़ा-मेढ़ा नहीं होने देना है. विकास की हम कोई कमी नहीं आने देंगे. आप तो सिर्फ कमल के पुष्प को टेढ़ा-मेढ़ा मत होने दो.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा ईआरसीपी का ब्यौरा मांगने के सवाल पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि ब्यौरा मांगना कोई बुरी बात नहीं है. लेकिन डोटासरा ने जिस तरह उस बात को रखा, उससे यह लगता है कि वह राजस्थान की जनता के प्रति गंभीर नहीं हैं. उनका काम सिर्फ राजनीतिक करना है. कांग्रेस ईआरसीपी पर राजनीति करती रही. उनके नेता एक-दूसरे की टांग पड़कर कुर्सी को गिराने की कोशिश में लग रहे. जबकी उस काम को हमारे मुख्यमंत्री ने ढाई महीने में पूरा किया, अब उनका नाम भी धार्मिक स्थल राम जल सेतु लिंक परियोजना रख दिया है.
धर्म विरोधी बिल को लेकर बेढम ने कहा कि यह बिल पेश होना ही था. क्योंकि हम सब सनातन के पुजारी हैं. विरासत का संरक्षण हमारा ध्येय है. देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश का विकास हो और विरासत का संरक्षण हो. हमारी विरासत का संरक्षण होगा, तो विकास में चार चांद लगेंगे. धर्म परिवर्तन विरोधी बिल इसलिए लाया गया कि कुछ शक्तियां प्रलोभन देकर गरीब लोगों को दिशा भटकाने का काम करती हैं, जो हम किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे.