पटना : बिहार की धरती बूंद-बूंद आसमानी पानी के लिए तरस रही है. भले ही बिहार में बाढ़ है लेकिन ये बाढ़ नेपाल और यूपी से आने वाली नदियों में बाढ़ की वजह से है. बिहार में बारिश का इंतजार लंबे समय से हो रहा है. बादल घिर रहे हैं लेकिन हवाओं का झोंका उड़ा ले जा रहा है. किसान आसमान पर टकटकी लगाई देख रहे हैं लेकिन बादल हैं कि बिहार से आगे बढ़ जा रहे हैं.
गरज के साथ होगी बारिश : बिहार में बारिश हो या न हो वज्रपात खूब हो रहा है. मौसम विभाग ने फिर पूरे बिहार में 3 दिनों तक के लिए वज्रपात का अलर्ट किया है. यानी अगले तीन दिनों तक गरज के दौरान बाहर न निकलें. किसी मजबूत छत के नीचे शरण लें. 29 जुलाई और 30 जुलाई के लिए 17 जिलों के लिए वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है.
बिहार में वज्रपात का अलर्ट : अगले 24 घंटे के लिए जिन जिलों के लोगों को वज्रपात अलर्ट किया गया है उसमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, अरवल, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नवादा है. यहां के लोग खास तरह से सावधानी बरतें.
अगले 3 दिन बिहार के लिए अहम : अगले 48 घंटे के लिए यानी 30 जुलाई से 31 जुलाई के लिए उपरोक्त 17 जिलों के अलावा सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर और बेगूसराय में भी वज्रपात होंगे. यह बाद अगले 72 घंटे के लिए शेष बिहार में खतरे की घंटी बजाएंगे. मौसम विभाग ने सख्त चेतावनी दी है कि पूरे बिहार के 38 जिलों में मेघगर्जन होगा जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
वज्रपात से कैसे बचें? : मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लें. जब गर्जन सुनाई दें तो जल्द से जल्द पक्के मकान की शरण लें. किसी भी पेड़ के नीचे बारिश में न रुकें. पेड़ पर आकाशीय बिजली ज्यादा गिरती है. ऐसे में खतरा बढ़ जाता है. उस वक्त खेतों में काम करना बंद कर दें.
बारिश और मेघगर्जन का यलो अलर्ट: इस बीच सिवान के कुछ इलाकों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी है. यहां पर 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. मेघगर्जन के साथ बारिश की भी चेतवानी है. बादलों की आवक पश्चिमी बिहार से शुरू हो चुकी है. सीवान में इसका असर दिखने लगा है. धीरे-धीर यह अगले तीन दिनों में पूरे बिहार पर इसका असर दिखाई देने लगेगा.
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