अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर बनी सहमति (ETV Bharat Bharatpur) भरतपुर.युवक राधेश्याम उर्फ गौरव की अनुकंपा नियुक्ति को लेकर मंगलवार शाम को प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच सहमति बन गई है. बीते सात दिन से भू समाधि पर बैठे युवक ने सहमति बनने के बाद अपना आंदोलन स्थगित कर दिया. अब प्रशासन युवक की अनुकंपा नियुक्ति के लिए फिर से सरकार को प्रार्थना पत्र भेजेगा.
स्थानीय जनप्रतिनिधि नेम सिंह फौजदार ने बताया कि मंगलवार सुबह से ही आंदोलन स्थल पर पैंघोर क्षेत्र के लोगों की महापंचायत आयोजित हुई थी. महापंचायत के दौरान डीग प्रशासन ने पंचायत को वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता के लिए महाराजा सूरजमल यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष अभिलेख फौजदार की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल डीग जिला कलेक्टर से मिला और लिखित में सहमति बनने के बाद गौरव व अन्य साथी तपन शर्मा, विष्णु खेमरा, नरेश फौजदार, रजत पुनिया को जूस पिलाकर अनशन समाप्त करवाकर आंदोलन स्थगित किया.
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नेम सिंह ने बताया कि युवक गौरव को नौकरी दिलाने के लिए पुरानी कमियों को दूर करते हुए पुनः एप्लीकेशन भेजने का प्रशासन ने सहमति पत्र दिया है. साथ ही सभी कमियों को दूर करते हुए युवक को नौकरी देने के लिए जो भी प्रक्रिया होगी पूरी की जाएगी. डीग कलेक्टर द्वारा तुरंत एक पत्र शासन सचिव कार्मिक विभाग को लिखा गया, जिसकी कॉपी पंचायत को दी गई. पंचायत में 31 सदस्यीय कमेटी का निर्माण किया गया, जो नियुक्ति ना मिलने तक डीग एडीएम से सीधे संपर्क में रहेगी और अगर प्रशासन ने नियुक्ति में देरी की तो जनता पुनः आंदोलन के लिए स्वतंत्र रहेगी.
ये है पूरा मामला :बता दें कि युवक राधेश्याम के पिता जवाहर सिंह सीआरपीएफ की 114 बटालियन में तैनात थे. वर्ष 1999 में युवक के पिता की रांची से नीमच में फील्ड ऑपरेशन में जाने के दौरान तबियत खराब हो गई थी, जिनकी बाद में मौत हो गई थी. युवक बीते तीन साल से अनुकंपा नियुक्ति के लिए स्थानीय अधिकारी, नेता और मंत्रियों के चक्कर काट रहा है, लेकिन हर जगह से उसे सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. युवक पूर्व में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग भी कर चुका है. इस पूरे मामले को लेकर भरतपुर सांसद संजना जाटव ने भी युवक का समर्थन किया है. सांसद ने कहा है कि प्रदेश की भाजपा सरकार युवक को न्याय दे, वो खुद इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगी.
मां ने भी दी थी भू समाधि की चेतावनी :युवक राधेश्याम की मां माया देवी ने भी बेटे को नौकरी नहीं मिलने पर बेटे के साथ ही भू समाधि की चेतावनी दी थी. मां माया देवी का कहना है कि उनके बेटे को भू समाधि लिए सात दिन हो गए हैं. उनकी मांग है कि बेटे को नियमानुसार नौकरी मिलनी चाहिए.